Edited By Vatika,Updated: 29 Dec, 2025 03:18 PM

पंजाब में कैंसर की बीमारी लगातार तेजी से फैल रही है। सरकारी मैडीकल
अमृतसर(दलजीत): पंजाब में कैंसर की बीमारी लगातार तेजी से फैल रही है। सरकारी मैडीकल कॉलेज अमृतसर विकास स्थित स्टेट कैंसर इंस्टीच्यूट में प्रतिदिन 60 से 70 नए मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। इंस्टीच्यूट में पंजाब और भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कर एक नई मिसाल कायम कर रहा है। इंस्टीच्यूट के प्रमुख डा. राजीव देवगन के नेतृत्व में पूरा स्टाफ मरीजों की भलाई के लिए पूरी लगन से काम कर रहा है।
जानकारी के अनुसार अमृतसर के सरकारी मैडिकल कॉलेज में 120 करोड़ रुपए की लागत से स्टेट कैंसर इंस्टीच्यूट का निर्माण किया गया है। 150 बिस्तरों वाले इस कैंसर इंस्टीच्यूट में जहां मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा रहा है, वहीं कैंसर से संबंधित सर्जरी भी की जा रही है। मरीजों की बीमारी से बचाव के लिए इंस्टीच्यूट में हर प्रकार के डॉक्टर टीम वर्क के साथ काम कर रहे हैं। इंस्टीच्यूट में प्रतिदिन 60 से 70 नए मरीज आ रहे हैं, जबकि हर महीने लगभग 2000 मरीज इंस्टीच्यूट में आकर सफल उपचार प्राप्त कर रहे हैं। इंस्टीच्यूट से न केवल पंजाब के मरीजों को बल्कि अन्य राज्यों के कैंसर से पीड़ित मरीजों को भी लाभ मिल रहा है, लेकिन अब अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, गुरदासपुर, पठानकोट आदि जिलों से भी बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं।
1.5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मरीजों के लिए बना वरदान
कैंसर से पीड़ित मरीजों के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा 1.5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज उनके लिए वरदान साबित हो रहा है। मरीज पहले से ही इस बीमारी से परेशान हैं। दूसरी ओर पैसों की कमी के कारण उनकी बीमारी और भी बिगड़ जाती है, ऐसे में 1.5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज उनके लिए बेहद कारगर साबित हो रहा है।
इंस्टीच्यूट में जल्द शुरू होगी मैमोग्राफी और ब्रेस्ट्स कैंसर का इलाज
इंस्टीच्यूट के प्रमुख डा. राजीव देवगन ने बताया कि जल्द ही यहां मैमोग्राफी और ब्रेस्ट कैंसर का इलाज भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने इंस्टीट्यूट में अत्याधुनिक तकनीक से लैस मशीनें उपलब्ध कराई हैं। उन्होंने बताया कि इंस्टीच्यूट के माध्यम से विभिन्न प्रकार के कैंसर के उपचार के लिए सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है। विशेषज्ञ डॉक्टर कैंसर रोगी को बचाने के लिए सर्जरी करते हैं। मरीजों को सर्जरी वार्ड नंबर 1 में भर्ती किया जाता है। इसके अलावा, नवनिर्मित बिल्डिंग में भी मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जा रही है।