Edited By Subhash Kapoor,Updated: 07 Jun, 2024 10:58 PM
बार्डर फैंसिंग के आसपास पहरा देने के साथ साथ अब बी.एस.एफ. इंटैलीजैंस टीम ने सीमावर्ती गांवों में पुलिस के साथ मिलकर रेड व सर्च ऑप्रेशन करने शुरू कर दिए हैं, जिसमें भारी सफलता मिल रही है। जानकारी के अनुसार सीमावर्ती गांव कक्कड़ के इलाके में बलविन्दर...
अमृतसर (नीरज): बार्डर फैंसिंग के आसपास पहरा देने के साथ साथ अब बी.एस.एफ. इंटैलीजैंस टीम ने सीमावर्ती गांवों में पुलिस के साथ मिलकर रेड व सर्च ऑप्रेशन करने शुरू कर दिए हैं, जिसमें भारी सफलता मिल रही है। जानकारी के अनुसार सीमावर्ती गांव कक्कड़ के इलाके में बलविन्दर सिंह व गुरप्रीत सिंह नामक तस्करों के घर पर रेड करके बरामद की गई 2 करोड़ रुपए की ड्रग मनी बी.एस.एफ. की अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी है। आलम यह रहा कि ड्रग मनी को गिनने के लिए नोट गिनने वाली मशीन मंगवानी पड़ी, वहीं दूसरी तरफ जिन दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। उनमें से बलविन्दर सिंह के दो बेटे जिनमें हरभेज सिंह उर्फ पेजा व गुरभेज सिंह पहले ही नशा तस्करी के विभिन्न केसों में जेल में बंद है और जेल के अन्दर से ही नशा तस्करी का नैटवर्क चला रहे हैं।
गिरफ्तार किए गए तस्करों से जब्त किए गए पांच मोबाइल फोन व लैपटॉप भी बड़े खुलासे कर सकता है और बी.एस.एफ. व पुलिस दोनों ही एजैंसियों को उन तस्करों का पता चल सकता है जिनको बलविन्दर सिंह व उसका साथी गुरप्रीत सिंह नशे की सप्लाई करते थे या फिर हवाला राशि का वितरण करते रहे हैं।
जिक्रयोग्य है कि तस्करों द्वारा अब अत्याधुनिक तकनीक वाले ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं, जो ए.डी.एस. (एंटी ड्रोन तकनीक) के रॉडार में भी नहीं आते हैं। माना जाता है कि बार्डर फैंसिंग के दोनों तरफ कम से कम दस चक्कर लगाकर या इससे भी ज्यादा चक्कर लगाने के मामले में सिर्फ एक बार या इससे भी कम एवरेज में ड्रोन पकड़ा जाता है और आमतौर पर ड्रोन हैरोइन या अन्य आपत्तिजनक सामग्री जिसमें हथियार व अन्य सामान फैकने के बाद वापस लौट जाता है और बी.एस.एफ. के हाथ नहीं लग पाता है।