सांसद संजीव अरोड़ा ने केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से की मुलाकात

Edited By Sunita sarangal,Updated: 15 Jun, 2022 12:49 PM

mp sanjeev arora meets union minister nitin gadkari

सांसद संजीव अरोड़ा ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और राज्य........

लुधियाना(जोशी) : सांसद संजीव अरोड़ा ने सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और राज्य के कुछ महत्वपूर्ण एन.एच.ए.आई. से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने विशेष रूप से शहरों में चल रही एन.एच.ए.आई. परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने की मांग की। पंजाब के सभी शहर बहुत अधिक ट्रैफिक वाले हैं। वर्तमान में चल रही परियोजनाओं के कारण आम तौर पर जनता को बहुत अधिक असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि शहरों से गुजरने वाले इन पैच को पूरा करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि उन्हें लुधियाना में लगभग रोज ही ट्रैफिक सीन देखने को मिलते हैं।

अरोड़ा ने खुलासा किया कि जवाब में मंत्री ने बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और उनकी मांग को स्वीकार कर लिया और आश्वासन दिया कि इन सभी चल रहे कार्यों को तेजी से पूरा किया जाएगा ताकि किसी को कोई असुविधा न हो। इसके अलावा अरोड़ा ने मंत्री से अनुरोध किया कि एन.एच.ए.आई. परियोजनाओं के साथ अधिक से अधिक सर्विस रोड होने चाहिए, ताकि बड़े पैमाने पर जनता और विशेष रूप से किसानों को उनके ट्रैक्टरों और कंबाइनों के आने-जाने में सुविधा मिल सके, क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्गों पर ऐसा होना व्यावहारिक नहीं हैं। इस मुद्दे पर मंत्री ने अपने अधिकारियों को मौजूदा सर्विस रोड की मरम्मत करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि सभी नई सर्विस रोड को जल्द से जल्द और उच्चस्तरीय निर्माण किया जाए।

अरोड़ा ने कहा कि गडकरी ने उन्हें बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय आने वाले वर्षों में पंजाब में लगभग 50,000 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बना रहा है। मंत्री ने अरोड़ा से यह भी बताया कि राज्य सरकार को पंजाब में जहां कहीं भी आर.ओ.बी. की आवश्यकता है उस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाए। मंत्री ने आश्वासन दिया कि इन आर.ओ.बी. को आम जनता की सुविधा के लिए प्राथमिकता के आधार पर निर्मित किया जाएगा। मंत्री ने अरोड़ा से कहा कि मंत्रालय को पंजाब में विभिन्न परियोजनाओं के लिए भूमि ढूंढने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार को इस संबंध में मंत्रालय को सहयोग देना चाहिए।

अरोड़ा ने पंजाब राज्य में और सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने मंत्री को अवगत कराया कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने वर्ष 2016 और 2017 के दौरान पंजाब में 14 राज्य सड़कों (1043 किमी) को सैद्धांतिक रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया था। इनमें से पांच सड़कों (481.69 किमी) को पहले ही राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जा चुका है। लेकिन 9 सड़कों (561.39 किलोमीटर) को अभी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जाना बाकी है।

ये सड़कें इस प्रकार हैं : एनएच-344ए पर बंगा-गढ़शंकर-आनंदपुर साहिब-नैना देवी (58.84 किलोमीटर), पटियाला-पेहोवा-कुरुक्षेत्र-लाडवा-यमुनानगर (33 किलोमीटर),एनएच-5 पर जंक्शन से शुरू होकर नजदीक प्रेम नगर-बस्सी पठाना-फतेहगढ़ साहिब पटियाला बाईपास तक (50 किलोमीटर), फतेहाबाद-रतिया-बुढलाडा-मंडी एनएच-148बी (20.55 किलोमीटर), प्रेम नगर-मोरिंडा-चमकौर साहिब-बेला-पनियाली रोड और एनएच-344ए तक जुड़ती हुई (31 किलोमीटर), एनएच-7 (75 किलोमीटर) पर लुधियाना-मालेरकोटला-धूरी-संगरूर, सिधवां बेट के पास एनएच 703 के साथ खन्ना-मालेरकोटला-रायकोट-जगराओं जंक्शन (120 किलोमीटर), नवांशहर-राहों -माछीवाड़ा -समराला-खन्ना, जिस में लुधियाना से राहों तक स्पर शामिल है (90 किलोमीटर) और गुरदासपुर-मुकेरियां-तलवाड़ा-मुबारिकपुर रोड (83 किलोमीटर)। अरोड़ा ने कहा कि इस मुद्दे पर, मंत्री ने बताया कि मंत्रालय ने फिलहाल देश भर में राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करना बंद किया हुआ है। एक बार यह प्रक्रिया फिर से शुरू होने पर पंजाब को प्राथमिकता दी जाएगी।

इससे पहले, अरोड़ा ने एन.एच.ए.आई. के चेयरमैन से भी मुलाकात की और लुधियाना में चल रही परियोजनाओं के संबंध में चर्चा की। उन्होंने लुधियाना में आंशिक रूप से नियंत्रित फोर-लेन एलिवेटेड हाईवे के बारे में बात की। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस परियोजना में विशेष रूप से सिधवां नहर से भारत नगर चौक तक का काम बहुत धीमा है। एलिवेटेड रोड के इस पूरे हिस्से में सर्विस रोड की हालत खस्ता है। कंस्ट्रक्शन के काम का कचरा इधर-उधर बिखरा पड़ा है, जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है। बस टर्मिनल पर फुट ओवर ब्रिज की तत्काल आवश्यकता है। साथ ही, मध्य में काम चलने से सड़कों को क्रॉस करना भी मुश्किल हो जाता है।

उन्होंने बताया कि लुधियाना अत्यधिक आबादी वाला शहर है और इसलिए एन.एच.ए.आई. के चेयरमैन से शीघ्र कार्रवाई करने का अनुरोध किया ताकि शहर के लोगों को कम से कम परेशानी हो। अरोड़ा ने लुधियाना-चंडीगढ़ रोड के मुद्दे को भी एन.एच.ए.आई. के चेयरमैन के सामने उठाया और बताया कि 6 लेन वाली लुधियाना-चंडीगढ़ एनएच परियोजना में, जो दिल्ली-अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे का हिस्सा है, यूटिलिटीज की शिफ्टिंग का काम बहुत धीमा है। साथ ही पैदल चलने वालों की सुरक्षा के लिए फुटओवर ब्रिज की भी जरूरत है। मुंडियां खुर्द, मुंडिया कलां और वर्धमान चौक पर एफ.ओ.बी. की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि सिटी ट्रैफिक पुलिस के भी कुछ मुद्दे हैं। 

अरोड़ा ने कहा कि एन.एच.ए.आई. के चेयरमैन ने निकट भविष्य में इन सभी मुद्दों को हल करने का आश्वासन दिया है। अरोड़ा ने आशा व्यक्त की कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और एन.एच.ए.आई. के चेयरमैन दोनों के साथ की गई बैठकें सार्थक सिद्ध होंगीं।

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