Edited By Vatika,Updated: 27 May, 2025 11:57 AM

मनमर्जी से होती थी थानों में एफ.आई.आर., सैंटर हलके के एस.एच.ओ. भी विधायक ने मनमर्जी से लगाए
जालंधर (वरुण): शहर में रेप हो, लाटरी की दुकानदारी हो या फिर स्पा का कारोबार हो। विधायक रमन अरोड़ा का नाम इसमें सूरज से भी ज्यादा चमकता था। रमन अरोड़ा ने अपने करीबी रिश्तेदार इस धंधे में उतार दिए थे। हुक्के के कारोबार में भी रमन अरोड़ा के करीबी युवा रिश्तेदार फील्ड में था, उसमें विधायक की हिस्सेदारी डाली जाती थी। साथ ही साथ स्पा सैंटर, लाटरी आदि का कारोबार विधायक के दफ्तर से शुरू होता था। विधायक के कहने पर ही थानों एफ.आई.आर. दर्ज होती थी। रमन अरोड़ा के ही कहने पर एस.एच.ओ. लगते थे, उसी के कहने पर ही ए,सी.पी.। शक के घेरे में तो वह उच्च अधिकारी भी है जो रमन अरोड़ा के कहने पर एस.एच.ओ. की ट्रांसफर करते थे।
हालांकि रेप के मामले में 50 लाख रुपए तक की फीस अदा हुई। स्पा सैंटर की बात करे तो बंद हुए स्पा सैंटर खोलने का भरोसा इसी विधायक ने लाखों रुपए लेकर दिया और स्पा सैंटर तो खुलवा भी दिए लेकिन 10 दिनों के अंदर बंद भी हो गए थे। उधर रमन अरोड़ा ने गंजे नेता का नाम भी ले दिया है। गंजे नेता का नाम भी मकसूदां सब्जी मंडी से ही जुड़ा है। वहीं विजीलैंस ने राजू उर्फ महेश मखीजा की दुकान पर फिर से रेड की, लेकिन वह फरार मिला। महेश मखीजा ने चार करोड़ की चार दुकानें सिर्फ मंडी में ही खरीदी है। महेश मखीजा और गंजे नेता की तरफ से एन.आर.आई. की प्रॉपर्टी पर कब्जे करने और कपूरथला चौक पर एक अस्पताल की इमारत को अवैध होते हुए भी मंजूर करने की जांच भी विजीलैंस ने शुरू कर दी है।
विधायक के कहने पर खुलती थी लाटरी की दुकानें
विधायक रमन अरोड़ा के कहने पर शहर में लाटरी की दुकानें खुलती थी। इसके पीछे एक बुक्की का हाथ होता था। हालात यह थे कि थाने से कोई भी पुलिस कर्मी लाटरी की दुकान में नहीं जा सकता था। किसी समय सीधी धमकी दी जाती थी कि अगर कोई पुलिस वाला लाटरी की दुकान पर गया तो वह सस्पैंड होगा। यह आदेश एक उच्च अधिकारी देता था।
साड़ी वाला भी शक के घेरे में
जग्गू चौक के साड़ी वाला को विजीलैंस कभी भी शक के दायरे में ला सकती है। साड़ी वाले का काम भी महेश उर्फ राजू मखीजा की तरह का था। वह भी विधायक की तरफ से पैसे पकड़ता था। इसके इलावा धार्मिक संगठन के लोग भी रमन अरोड़ा की ब्लैक मनी इन्वैस्ट करते थे।
डब्बा ट्रेडिंग से जुड़ रहा विधायक का नाम
सी.आई.ए. स्टाफ द्वारा पकड़े गए डब्बा ट्रेडिंग से भी विधायक रमन अरोड़ा का नाम जुड़ रहा है। सूत्रों की मानें तो विधायक ने ही अपने बुकी से इस धंधे को जालंधर में शुरू करवाया। विधायक ने जिवेश को मकसूदां सब्जी मंडी में एक्टिव किया और हर ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में तब्दील करने के प्रयास शुरू कर दिए। अब जल्द ही ज्वैलर्स के नाम भी सामने आएंगे।