Edited By Urmila,Updated: 28 May, 2025 11:52 AM

विजिलैंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े आप विधायक रमन अरोड़ा द्वारा 3 साल के अंतराल में कितने बड़े स्तर बेनामी संपत्तियों संबंधियों जांच करने के लिए विजिलैंस टीम द्वारा रैवेन्यू रिकॉर्ड से 27 रजिस्ट्रियों के रिकॉर्ड लिया गया।
जालंधर (मृदुल): विजिलैंस ब्यूरो द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़े आप विधायक रमन अरोड़ा द्वारा 3 साल के अंतराल में कितने बड़े स्तर बेनामी संपत्तियों संबंधियों जांच करने के लिए विजिलैंस टीम द्वारा रैवेन्यू रिकॉर्ड से 27 रजिस्ट्रियों के रिकॉर्ड लिया गया, जिनका कनैक्शन विधायक रमन अरोड़ा के साथ हो सकता है। इन रजिस्ट्रियों में तो सिर्फ 13 रजिस्ट्रियां तो लम्मा पिंड चौक के एक नामी कॉलोनाइजर के नाम पर ही हुई हैं।
विजिलैंस के मुताबिक इन 27 रजिस्ट्रियां जोकि रैवेन्यू रिकॉर्ड से ली गई हैं, उसके मुताबिक परागपुर इलाके की सबसे ज्यादा जमीन में पैसे इन्वैस्ट किए हो सकते हैं। विजिलैंस के मुताबिक इन प्रॉपर्टियों के खरीदार पूर्व कांग्रेसी पार्षद, लम्मा पिंड चौक का नामी कॉलोनाइज़र, पीर बोदला स्थित विधायक के रिश्तेदार और उनकी रियल इस्टेट कंपनी के नाम पर निकले हैं। अब विजिलैंस उनको भी जांच में शामिल करेगी।
सूत्रों की मानें तो विजिलैंस द्वारा कुल 27 संपत्तियों को रिकॉर्ड रैवेन्यू डिपार्टमैंट से लिया गया, जहां 13 संपत्तियों की रजिस्ट्री की कॉपी सीधा सब रजिस्ट्रार दफ्तर से ली गई व बाकी 14 संपत्तियों बारे जानकारी रिकॉर्ड रूप से ली गई थी। विजिलैंस ने विभाग द्वारा उक्त रजिस्ट्रियों का रिकॉर्ड लेकर विधायक रमन अरोड़ा से काफी लंबी पूछताछ हुई। हैरानी वाली बात सारी रजिस्ट्रियां किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर मिली हैं, जिस कारण विजिलैंस अफसर को जांच में समय लग रहा है कि कहीं उक्त सारे लोगों का विधायक रमन अरोड़ा के साथ लिंक तो नहीं है।
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