अब सामने आएगा बुड्ढे नाले को प्रदूषित करने का सच, पढ़ें पूरी खबर

Edited By Vatika,Updated: 10 Aug, 2024 03:53 PM

ludhiana budha nala

नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन.जी.टी.) की सख्ती के बाद जिला प्रशासन ने बुड्‌ढे नाले को साफ दिखाने के लिए

लुधियाना: नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन.जी.टी.) की सख्ती के बाद जिला प्रशासन ने बुड्‌ढे नाले को साफ दिखाने के लिए 2 दिनों तक डाइंग और वॉशिंग यूनिट बंद करवा दिए हैं। इसी के तहत वीरवार-शुक्रवार को पूरा दिन डाइंग यूनिट बंद रखे गए। शुक्रवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के नेतृत्व में टीमों ने शहर में 12 पॉइंटों पर सैंपलिंग की। इससे पहले इन्हीं 12 प्वाइंटों से बुधवार को भी सैंपल लिए गए।

इन सैंपलों को जांच के लिए लैब में भेजा गया है। अगर पानी में भारी लैड आदि हैवी मैटल पाए गए तो डाइंग संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान पंजाब डायर्स एसोसिएशन (पी.डी.ए.) के पदाधिकारी भी साथ रहे। बता दें कि डाइंग संचालकों पर हमेशा से बुड्ढे नाले को प्रदूषित करने के आरोप लगते रहे हैं। इन्हीं आरोपों की जांच के लिए अब यह सैंपलिंग की जा रही है। अब 48 से 72 घंटे के भीतर सैंपलों की रिपोर्ट आते ही सारा सच सामने आ जाएगा। शुक्रवार को प्रदूषण कंट्रोल कंट्रोल बोर्ड के एस.डी.ओ. बुड्डा टीमों के साथ दरिया की पर टीमों के साथ पहुंचे थे। उन्होंने गंदे नाले की दोबारा सैंपलिंग की है के बाद कहा कि रिपोर्ट के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।

जांच टीमों को दिया पूरा सहयोग : बॉबी जिंदल
सैंपलिंग के दौरा साथ पहुंचे पी.डी.ए. के जनरल सेक्रेटरी बॉबी जिंदल ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने जांच टीमों को पूरा सहयोग दिया है। आगे भी यह सहयोग जारी रहेगा। डाइंग इंडस्ट्री पर लग रहे आरोपों की सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। डाइंग यूनिट शुक्रवार रात 8 बजे बाद खोले जा सकते हैं। पी.डी.ए. के पदाधिकारी राहुल वर्मा ने कहा कि प्रशासन की तरफ से बुड्ढा दरिया के सैंपल लिए गए हैं, ताकि डाइंगों से आने वाले गंदे पानी की जांच हो सके। हम सभी प्रशासन के साथ खड़े हैं, ताकि बुड्ढे दरिया की सफाई हो सके। उन्होंने कहा कि कुछ वॉशिंग यूनिट हैं जो बिना कंसैंट चल रहे हैं और प्रदूषण फैला रहे हैं। इनकी जांच की जानी चाहिए। इंडस्ट्री ने करोड़ों रुपए खर्च करके सी.ई.टी.पी. प्लांट लगाए हैं। ऐसे में इंडस्ट्री पर आरोप लगाना बेबुनियाद है।

रिपोर्ट आते ही कर जानकारी सांझा : एस.डी.ओ.
प्रशासन द्वारा शुक्रवार को ताजपुर रोड और खासी कलां के पास पहुंचकर दोबारा सैंपलिंग की गई और जांच के लिए लैब में सैंपल भेज दिए हैं। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एस.डी.ओ. अमृतपाल सिंह ने बताया कि शुक्रवार को शहर के विभिन्न 12 प्वाइंटों से दोबारा से सैंपल लिए गए हैं। डाइंग हाऊस 36 घंटे के लिए बंद थे, ताकि बुड्ढा दरिया की सफाई के लिए जांच की जा सके कि आखिर गंदा पानी कहां से फैल रहा है। जैसे ही इनकी रिपोर्ट आ जाएगी, इसकी जानकारी सांझा की जाएगी। वहीं, इस संबंध में पी.डी.ए. के डायरैक्टर कमल चौहान ने बताया कि पूरी इंडस्ट्री बुड्ढे नाले की सफाई के पक्ष में है। जांच में पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पूरा सहयोग दिया जा रहा है। आगे भी हर तरह का सहयोग ऐसे ही दिया जाएगा। किसी को भी बुड्ढे नाले में प्रदूषण फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उधर, डाइंग कारोबारी बब्बू जिंदल ने कहा कि डाइंग इंडस्ट्री हमेशा से ही प्रदूषण न फैलाने के हक में रही है। वे नहीं चाहते कि फैल रहे प्रदूषण के कारण शहर के लोगों को कोई परेशानी हो। उन्हें शहर और यहां के लोगों की चिंता है। इसके चलते ही प्रदूषण को गंभीरता से लिया जा रहा है। आगे भी इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।

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