Edited By Subhash Kapoor,Updated: 16 Aug, 2025 07:08 PM

न्याय के मंदिर को कलंकित करने वाली एक बड़ी घटना ने पूरे कानूनी जगत को हिला कर रख दिया है।
चंडीगढ़/बठिंडा : न्याय के मंदिर को कलंकित करने वाली एक बड़ी घटना ने पूरे कानूनी जगत को हिला कर रख दिया है। बताया जा रहा है कि पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट जतिन सलवान और उसके साथी सतनाम सिंह को सीबीआई ने 30 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दोनों तलाक के एक मामले में कथित तौर पर फैसला प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे।
फिरोजपुर निवासी हरसिमरनजीत सिंह ने सीबीआई को शिकायत दी थी कि उनकी बहन के तलाक केस में एडवोकेट सलवान ने फैसला उनके पक्ष में करवाने के बदले 30 लाख रुपये की मांग की है। शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रैप लगाया और वकील समेत बिचौलिए को पकड़ लिया।
सीबीआई की टीम ने सेक्टर-9 के एक कैफे में शिकायतकर्ता से चार लाख रुपये की पहली किस्त लेते समय दोनों को पकड़ लिया। हैरानी की बात यह है कि यह रिश्वतखोरी किसी आम अधिकारी के नाम पर नहीं, बल्कि बठिंडा में तैनात एक जज के नाम पर मांगी जा रही थी। इसी कारण अब सीबीआई की जांच का फोकस उस जज और उससे जुड़े सरकारी अधिकारियों की भूमिका पर भी टिक गया है। वहीं सीबीआई अब इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। एजेंसी के पास वकील की रिकॉर्डिंग भी है जिसमें वह खुलकर रिश्वत की रकम स्वीकार करता सुनाई दे रहा है।