Edited By Kalash,Updated: 10 Mar, 2025 06:44 PM

गंभीर मामलों में निमोनिया, दिमाग में सूजन होने पर मौत भी हो सकती है।
होशियारपुर (घुम्मण): स्वास्थ्य विभाग पंजाब और सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग ने खसरे के संबंधी एक एडवाइजरी जारी की है। डॉ. सीमा गर्ग ने कहा कि यू.एस.ए. में हुई मीजल्स आउटब्रेक और वैक्सीन की कमी को देखते हुए विभाग द्वारा 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के अभिभावकों से अपील करते हुए कहा है कि अगर उन्होंने अपने बच्चों को खसरे का टीका नहीं लगवाया है तो वे अपने बच्चों को यह टीका जरूर लगवाएं।
डॉ. सीमा ने कहा कि अपने छोटे बच्चों को यू.एस.ए. से आने वाले लोगों से दूरी बना कर रखें क्योंकि यह बीमारी एक दूसरे से फैलती है। संक्रमित व्यक्ति के जाने के बाद भी घंटों तक किटाणू हवा में रहते हैं जो दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं। खसरा बच्चों की बीमारी है, लेकिन कभी-कभी यह वयस्कों को भी प्रभावित कर सकती है। इसमें बुखार, लाल दाने, रेशा और जुकाम जैसे लक्षण होते है। गंभीर मामलों में निमोनिया, दिमाग में सूजन होने पर मौत भी हो सकती है।
खसरे का पहला टीका बच्चे के महीने के होने पर और दूसरा टीका डेढ़ साल की उम्र में लगाया जाता है। बच्चे के 5 वर्ष की आयु तक यह टीका नहीं लगा तो उसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर यह टीका लगवाना चाहिए तथा एक माह के अंतराल पर दूसरी खुराक लगवानी चाहिए। इस टीके के साथ ही विटामिन-ए की खुराक देना भी आवश्यक है। डेढ़ वर्ष का टीका लगवाने के बाद विटामिन ए की खुराक हर 6 महीने के अंतराल से 5 साल तक दी जानी जरुरी है। ये टीके और विटामिन ए सभी सरकारी संस्थानों में उपलब्ध हैं और बिल्कुल मुफ्त लगाए जाते हैं।
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