Edited By Vaneet,Updated: 30 Oct, 2018 07:51 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि देश से बाहर भी भारतीय सैनिकों की कुर्बानियां बेमिसाल रही हैं। ...
जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि देश से बाहर भी भारतीय सैनिकों की कुर्बानियां बेमिसाल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने भारत से बाहर लड़ी गई लड़ाइयों में अपने शौर्य का प्रदर्शन किया। इनका उल्लेख विभिन्न देशों में शहीद भारतीय सैनिकों की स्मृति में बने स्मारकों में होता है। मुख्यमंत्री तुर्की की निजी यात्रा पर गए हुए हैं। मुख्यमंत्री ने तुर्की स्मारक में जाकर शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। वह कल गलीपोली में भी गए थे तथा वहां भी भारतीय सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित किए थे।
मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब के लोगों की तरफ से शहीद भारतीय सैनिकों को तुर्की में श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि तीसरे कृथिया युद्ध में पहली पटियाला ने भाग लिया था, जिसे अब 15 पंजाब इंडिया के नाम से जाना जाता है। यह समूची फोर्स ही शहीद हो गई थी, जिसमें 280 जवान थे। 800 से अधिक जवान घायल भी गए थे। मुख्यमंत्री ने तुर्की मैमोरियल में कहा कि 60000 तुर्की सैनिकों ने भी अपनी शहीदियां दी थीं। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि तुर्की तथा एलाइड फोर्सिस के मध्य हुए युद्ध में भी तुर्की सैनिकों ने अपने शौर्य का प्रदर्शन किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिकों का जीवन हमेशा देश की खातिर कुर्बानियां देने का रहा है। भारतीय सैनिकों की शौर्यगाथा विश्व भर में प्रसिद्ध है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी, सलाहकार बी.आई.एस. चाहल, एडवोकेट जनरल अतुल नंदा, मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, कर्नल एस.पी.एस. रावत, सोहन रंधावा व अन्य अधिकारी भी थे।