Edited By Urmila,Updated: 15 Nov, 2024 01:48 PM
ढिल्लों ब्रदर्स की मौत के मामले में जिस मानवदीप उप्पल के बयानों पर केस दर्ज हुआ था वह अब कपूरथला पुलिस के साथ-साथ ढिल्लों परिवार पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
जालंधर : ढिल्लों ब्रदर्स की मौत के मामले में जिस मानवदीप उप्पल के बयानों पर केस दर्ज हुआ था वह अब कपूरथला पुलिस के साथ-साथ ढिल्लों परिवार पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। पहले तो मानवदीप उप्पल ने कहा कि जश्नबीर सिंह से उसके जिस कमरे की चाबी मिली पुलिस ने उस कमरे में सर्च तक नहीं की। अगर की तो उसकी वीडियो क्यों छिपाई जा रही है। इसके अलावा जिस स्कोडा कार से वह आखिरी बार ब्यास दरिया पर गया उसे मौके से कौन लेकर आया था और कार की भी तलाशी ली गई थी या नहीं।
मानवदीप ने कहा कि हो सकता है कि कमरे या गाड़ी में कोई सुसाइड नोट या फिर ऐसे सबूत हों जो पूर्व इंस्पैक्टर नवदीप सिंह के खिलाफ जा सकते हों। इसके अलावा मानवदीप उप्पल ने यह भी कहा कि बीते साल की 16 अगस्त को जब थाना 1 में सारा विवाद हुआ तब वह मौके पर नहीं था। फिर भी ढिल्लों परिवार ने उसके बयानों पर एफ.आई.आर. दर्ज करवाई।
उससे वह बयान दिलाए गए जो सच थे ही नहीं। अगर इस मामले में पूर्व इंस्पैक्टर नवदीप सिंह पर लगा एक भी आरोप साबित नहीं हुआ तो क्या नवदीप सिंह उसके ऊपर कार्रवाई करवाने के लिए कोर्ट के रास्ते नहीं जा सकते और तब उनके साथ कौन खड़ा होगा?
मानवदीप ने कहा कि नवदीप सिंह पक्ष द्वारा कोर्ट में जो दस्तावेज लगाए गए हैं उन दस्तावेजों की एक कॉपी माननीय अदालत ने उसे भी दी है, जिसे देख कर साबित होता है कि हर एक आरोप सबूतों के आधार पर गलत है और उनकी गलत आरोपों के कारण नवदीप सिंह को नौकरी से डिसमिस किया गया लेकिन नवदीप के बरी होने पर उनके खिलाफ एक्शन लाजिमी लिया जाएगा।
मानव उप्पल ने यह भी कहा कि ढिल्लों परिवार का कोई सदस्य एफ.आई.आर. करवाने के लिए सामने क्यों नहीं आया? उप्पल ने कहा कि उससे जो बयान दिलाए गए मैं आज भी वहीं खड़ा हूं लेकिन जो दूसरे पक्ष ने सबूत दिए हैं उसे देखकर सब आरोप गलत दिखाई दे रहे हैं।
उप्पल का कहना है कि जब जश्नबीर उप्पल का शव बरामद हुआ था तब उनमें से कोई भी मौके पर नहीं गया था। उन्होंने शव को अस्पताल की मोर्चरी में देखा था। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से यह भी आरोप गलत है कि जश्नबीर ढिल्लों और उनके पिता जतिंदर सिंह ढिल्लों थाने में एक-दूसरे मिले थे। उनकी मोबाइल लोकेशन ही एक दूसरे के साथ नहीं मिल रही तो जश्नबीर ढिल्लों ने कैसे थाने में खड़े होकर अपने पिता को कहा कि मानवजीत उप्पल के साथ जो हुआ उससे मैं परेशान हूं?
सोचा नहीं था कि मानव उप्पल नवदीप सिंह का स्पोक्सपर्सन बन जाएगा: जतिंदर सिंह ढिल्लों
उधर मानवजीत सिंह ढिल्लों और जश्नबीर सिंह ढिल्लों के पिता जतिंदर सिंह ढिल्लों का कहना है कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि मानव उप्पल नवदीप सिंह का स्पोक्सपर्सन बन जाएगा। उन्होंने कहा कि खुद उसने अपने बयान दर्ज करवाने को कहा था। उप्पल ने मेरे से भी बात की थी कि अगर आरोप साबित नहीं हुए तो क्या करेंगे? तब भी उन्होंने कहा था कि वह केस लड़ेंगे चाहे उनकी जमीन ही न बिक जाए।
फिर उसने कहा कि एक व्यक्ति उसे तंग कर रहा है लेकिन अब उसी व्यक्ति के साथ मानव घूम रहा है। जतिंदर ढिल्लों ने कहा कि उन्होंने मोर्चरी में ही शव देखा था। उसकी जश्नबीर की जेब से टैडीवेयर वाले छल्ले वाली चाबी मिली थी लेकिन उस कमरे को किसी ने नहीं खोला। वह चाबी पुलिस के पास है। स्कोडा कार को जश्नबीर के दोस्त ले आए थे क्योंकि दोस्तों ने ही कहा था कि कार केस प्रॉपर्टी न बना दी जाए। उन्होंने कहा कि दोनों भाईयों ने एक प्रॉपर्टी पर 14 अगस्त 2023 को लैंटर डलवाया था। उन्होंने वहां कार बाजार और अन्य हिस्सा किराए पर देने की प्लानिंग बना रखी थी लेकिन अब दोनों में से एक भी नहीं है और जो हैं वह साथ नहीं दे रहे।
कपूरथला पुलिस की चुप्पी जारी
इस मामले में एस.एस.पी. कपूरथला वत्सला गुप्ता से फोन पर बात करनी चाही लेकिन उन्होंने हर बार की तरह फोन नहीं उठाया। डी.आई.जी. जालंधर रेंज हरजीत सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि इस मामले को एस.एस.पी. कपूरथला ही बता सकते हैं क्योंकि यह मामला उनके ध्यान में नहीं है। खुद डी.आई.जी. ने कहा कि वह एस.एस.पी. से बात करेंगे, ताकि बात क्लीयर हो सके लेकिन उसके बावजूद एस.एस.पी. मैडम ने फोन नहीं उठाया। हैरान करने वाली बात है कि कपूरथला पुलिस इस मामले में मीडिया से दूरी क्यों बनाए हुए है या फिर अभी तक कपूरथला पुलिस के पास ऐसा कोई तथ्य नहीं है जिसको मीडिया से शेयर किया जा सके।
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