Edited By Vatika,Updated: 29 Oct, 2024 04:45 PM
देशभर में आज यानी 29 अक्टूबर को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है।
पंजाब डेस्क: हिंदू धर्म में धनतेरस का खास महत्व है। देशभर में आज यानी 29 अक्टूबर को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ धनतेरस का पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन देवताओं के चिकित्सक धन्वंतरि देव और धन के देवता कुबेर महाराज की पूजा होती है। यदि आप भी जीवन में धन धान्य चाहते हैं, तो रोजाना कुबेर देव के मंत्र का 108 बार जाप करने के बाद श्री कुबरे जी की आरती जरूर करें। पूजा के बाद इस आरती को पढ़ने से आपके जीवन से लक्षमी माता की कृपा होगी और खूब धन बरस सकता हैंः-.
कुबेर जी की आरती
ॐ जय यक्ष कुबेर हरे,
स्वामी जय यक्ष जय यक्ष कुबेर हरे।
शरण पड़े भगतों के,
भण्डार कुबेर भरे।
॥ ॐ जय यक्ष कुबेर हरे...॥
शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े,
स्वामी भक्त कुबेर बड़े।
दैत्य दानव मानव से,
कई-कई युद्ध लड़े ॥
॥ ॐ जय यक्ष कुबेर हरे...॥
स्वर्ण सिंहासन बैठे,
सिर पर छत्र फिरे,
स्वामी सिर पर छत्र फिरे।
योगिनी मंगल गावैं,
सब जय जय कार करैं॥
॥ ॐ जय यक्ष कुबेर हरे...॥
गदा त्रिशूल हाथ में,
शस्त्र बहुत धरे,
स्वामी शस्त्र बहुत धरे।
दुख भय संकट मोचन,
धनुष टंकार करे॥
॥ ॐ जय यक्ष कुबेर हरे...॥
भांति भांति के व्यंजन बहुत बने,
स्वामी व्यंजन बहुत बने।
मोहन भोग लगावैं,
साथ में उड़द चने॥
॥ ॐ जय यक्ष कुबेर हरे...॥
यक्ष कुबेर जी की आरती,
जो कोई नर गावे,
स्वामी जो कोई नर गावे ।
कहत प्रेमपाल स्वामी,
मनवांछित फल पावे।
॥ इति श्री कुबेर आरती ॥
कुबेर देव को आहुति देने के लिए इस मंत्र का प्रयोग करें।
जपतामुं महामन्त्रं होमकार्यो दिने दिने
दशसंख्य: कुबेरस्य मनुनेध्मैर्वटोद्भवै