Edited By Kamini,Updated: 31 Mar, 2025 01:51 PM
पिछले लंबे समय से इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया में विलंब हो रहा है और अब यह समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है।
पठानकोट : शहर के ढाकी रोड रेलवे फाटक पर बन रहे फ्लाईओवर के निर्माण कार्य ने न केवल यात्रीगण बल्कि लंबे समय से क्षेत्रीय निवासियों के लिए भी कई परेशानियां उत्पन्न की हुई हैं। पिछले लंबे समय से इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया में विलंब हो रहा है और अब यह समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी है। यात्री, व्यापारी और आम लोग इस समस्या से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। इस पुल के निर्माण में हो रही देरी के कारण दिन-प्रतिदिन लोगों की कठिनाइयों में वृद्धि हो रही है। बीच शहर ढाकी रेलवे फाटक पर यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों एवं गाड़ी की प्रतीक्षा में शीघ्र रेलवे स्टेशन पर पहुंचने वाले यात्रीगण को लगातार इस अवरोध का सामना करना पड़ रहा है, जिससे न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है, बल्कि उनकी रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित हो रही है।
कब होगा फ्लाईओवर का काम पूरा?
रेलवे फाटक के ऊपर बन रहा फ्लाईओवर एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसका उद्देश्य इस क्षेत्र में यातायात की समस्या का समाधान करना है। लेकिन अब सवाल यह है कि आखिरकार इस पुल का काम कब पूरा होगा? स्थानीय लोग, विशेषकर वे लोग जो रोजाना इस मार्ग से गुजरते हैं, इस स्थिति से तंग आ चुके हैं। यह फ्लाईओवर पहले ही बहुत देरी से बन रहा है, लेकिन इसके निर्माण में अभी और भी वक्त लगने की संभावना है, जिससे आम जनता का धैर्य अब टूटने के कगार पर है। फ्लाईओवर के काम में हो रही देरी के कारण यहां के निवासी, व्यवसायी और स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

पीसीटी ह्यूमैनिटी के संस्थापक जोगिन्द्र सिंह सलारिया ने व्यक्त की गहन चिंता
इस समस्या को लेकर अंतर्राष्ट्रीय संस्था पीसीटी ह्यूमैनिटी के संस्थापक जोगिन्द्र सिंह सलारिया ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने स्वयं इस क्षेत्र के लोगों का हाल जाना और मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। सलारिया ने कहा कि यह फ्लाईओवर लोगों के जीवन को सरल बनाने के उद्देश्य से बनाया जा रहा है, लेकिन निर्माण कार्य में हो रही देरी ने लोगों को निराश कर दिया है। उन्होंने बताया कि जब वह सुबह के समय इस क्षेत्र का दौरा कर रहे थे, तो उन्होंने पाया कि ढाकी रेलवे फाटक फिर से बंद था और लंबी गाड़िओं की लाइनों से लोग परेशान थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि फ्लाईओवर का निर्माण कार्य अब भी बहुत धीमी गति से चल रहा है या रुका हुआ है और इसके शीघ्र मुकम्मल होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं।

फाटक बंद होने से लोग हो रहे परेशान
रेलवे फाटक की समस्या यहां के निवासियों के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन चुकी है। यह फाटक 24 घंटों में से अक्सर 22 घंटे बंद ही रहता है, जिससे लोगों को अपनी यात्रा में अत्यधिक परेशानी होती है। लोग किसी भी प्रकार के आपातकालीन कारणों से फाटक के बंद होने के कारण समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाते। खासतौर पर, यदि कोई एम्बुलेंस में मरीज गंभीर अवस्था में हो और उसे त्वरित चिकित्सा सहायता की आवश्यकता हो, तो इस फाटक के बंद होने से उसकी जान भी जा सकती है। जोगिन्द्र सिंह सलारिया ने कहा कि यह स्थिति किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है और यह तत्काल समाधान की आवश्यकता है।
यातायात और जीवन में आ रही बाधाएं
फाटक के लंबे समय तक बंद रहने के कारण न केवल यात्रियों को बल्कि व्यापारियों और बच्चों को भी इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों- दुकानदारों को अपने कार्यस्थलों तक पहुंचने में समय की बर्बादी हो रही है, जबकि स्कूल जाने वाले बच्चों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में देर हो जाती है। कई बार उन्हें स्कूल में शिक्षक के गुस्से का सामना भी करना पड़ता है। इसके अलावा, कई किसान अपनी सब्जियां लेकर बाजार जाते हैं और उन्हें भी इस फाटक के बंद होने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जोगिन्द्र सिंह सलारिया ने कहा कि इस तरह की समस्याएं, जो सीधे तौर पर आम जनता को प्रभावित करती हैं, उनपर प्रशासन और सरकार को तत्काल ध्यान देना चाहिए।
सलारिया का उद्देश्य जनता के हकों की आवाज को बुलंद करना
सलारिया ने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर रेलवे मंत्री से जल्दी मुलाकात करेंगे। उनका उद्देश्य इस फ्लाईओवर के निर्माण को शीघ्र पूरा करना और जनता को राहत प्रदान करना है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह अकेले ही इस संघर्ष को लड़ेंगे और जब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक वे लगातार प्रशासन और सरकार से संपर्क बनाए रखेंगे। उनके अनुसार, यह केवल एक फ्लाईओवर का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह जनता के अधिकारों और उनकी सुविधा का मुद्दा है।
समाधान की दिशा में उठाना होगा उचित कदम
जोगिन्द्र सिंह सलारिया ने यह भी कहा कि बहुत से लोग इस क्षेत्र में कामकाजी हैं और वे रोजाना इस रास्ते से गुजरते हैं। उन्हें न केवल अपने काम में देरी होती है, बल्कि यह समस्या उनके जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करती है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से अपील की कि वे इस मुद्दे को प्राथमिकता के आधार पर हल करें ताकि क्षेत्र के निवासियों को राहत मिल सके। यह समस्या केवल एक क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे शहर के लिए एक बड़ा मुद्दा बन चुकी है।
जनता की समस्याओं के समाधान के लिए कभी चुप नहीं बैठूंगा : सलारिया
जोगिन्द्र सिंह सलारिया ने यह भी कहा कि समाज को एकजुट होकर इस समस्या के समाधान के लिए कदम उठाना चाहिए। संबंधित विभाग और प्रशासन को चाहिए कि वह स्थानीय निवासियों की समस्याओं को समझे और शीघ्र इस फ्लाईओवर का निर्माण पूरा करवाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए। जोगिन्द्र सिंह सलारिया ने जनता को आश्वासन दिया कि उनकी समस्या का समाधान जल्द होगा और उन्होंने उन्हें विश्वास दिलाया कि वह इस संघर्ष को नहीं छोड़ेंगे। उनका उद्देश्य हमेशा जनता की भलाई रहा है और वे इसे साकार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़एंगे। उन्होंने कहा कि अगर सिस्टम में कोई समस्या है, तो हमें उसे मिलकर सुलझाना होगा।