Edited By Kalash,Updated: 29 Jul, 2025 03:21 PM

समझौते को पीछे छोड़ कर अब उन्हें परेशान किया जा रहा है।
फतेहगढ़ साहिब (बीजा): जिले के धीरपुर गांव में उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब यहां के बहुत ही श्रद्धा और आस्था रखने वाले स्थान डेरा बाबा राम सिंह गंडुआं वालों के परिवार ने डेरे के प्रबंधकों पर गंभीर आरोप लगा दिए। बाबा राम सिंह गंडुआं वाले की भतीज बहू करमजीत कौर और पोते करण इंदर सिंह ने डेरे की मुख्य प्रबंधक बीबा कुलविंदर कौर किंदा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह पिछले 40 सालों से बाबा जी की जमीन पर खेती करके घर का गुजारा चला रही थी।
उनका कहना है कि अब बीबा कुलविंदर कौर किंदा द्वारा एक वसीयत दिखाकर उन्हें परेशान करते हुए जमीन छीनी जा रही है जबकि परिवार ने इस वसीयत को फर्जी करार देते हुए कहा कि इस वसीयत में न तो गांव का कोई लंबरदार शामिल है और न ही यह वसीयत परिवार के किसी सदस्य की मदद से बनाई गई थी।
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर पंचायत और डेरा दुफेड़ा साहिब में कई बार समझौता हुआ पर मुख्य प्रबंधक द्वारा समझौते को पीछे छोड़ कर अब उन्हें परेशान किया जा रहा है। इस मौके पर बाबा जी के परिवार द्वारा प्रशासन और सरकार से इंसाफ की मांग की गई है। गांव के सरपंच रणधीर सिंह ने कहा कि यह बाबा जी का परिवार बहुत ही नेक परिवार है, जिसके चलते पूरा गांव उनके पक्ष में खड़ा है लेकिन डेरा प्रबंधक द्वारा जानबूझकर उन्हें परेशान किया जा रहा है।
वहीं दूसरे पक्ष के नेता बलविंदर सिंह ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह परिवार बाबा राम सिंह गंडुआं वालों से दुर्व्यवहार करता था, जिसके चलते बाबा जी ने बीबा कुलविंदर कौर किंदा के नाम वसीयत लिखवाई थी। उन्होंने कहा कि इस परिवार द्वारा जानबूझकर बीबा कुलविंदर कौर किंदा को परेशान किया जा रहा है।
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