Edited By Urmila,Updated: 19 Jul, 2024 04:18 PM
उन्होंने टर्मिनल, लाइटिंग, शौचालय, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, बागवानी, रनवे, टैक्सीवे, सुरक्षा व्यवस्था और अनाउंसमेंट सिस्टम समेत हर काम का जायजा लिया।
लुधियाना (हितेश) : सांसद संजीव अरोड़ा ने एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, पीडब्ल्यूडी और आईएएफ के स्थानीय प्रशासन सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को हलवारा में निर्माणाधीन हवाई अड्डे का दौरा किया और वहां चल रहे निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने टर्मिनल, लाइटिंग, शौचालय, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, बागवानी, रनवे, टैक्सीवे, सुरक्षा व्यवस्था और अनाउंसमेंट सिस्टम समेत हर काम का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बचे हुए फिनिशिंग काम को भी एक साथ पूरा करें। उन्हें बताया गया कि टर्मिनल पर लगाए गए एयर कंडीशनिंग सिस्टम की टेस्टिंग हो चुकी है।
अरोड़ा ने कहा कि वह अब एयरपोर्ट के सिविल साइड पर लगभग 100 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि आईएएफ की तरफ से कुछ काम बाकी है, जो एक महीने के भीतर पूरा हो जाने की संभावना है। जिसके मद्देनजर वह एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू करने की योजना बनाने के लिए दिल्ली में सभी एयरलाइंस के सीईओ से मिलेंगे क्योंकि सभी एयरलाइंस के सीईओ ने उनसे एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य पूरा होने के बाद संपर्क करने को कहा है।
अरोड़ा ने उम्मीद जताई है कि दिवाली से पहले एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा। इसलिए लुधियाना और पूरे मालवा क्षेत्र के लोगों के लिए एयरपोर्ट का खुलना किसी 'दिवाली के तोहफे' से कम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट में एक बार में 300 यात्रियों को लाने-ले जाने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में एयरपोर्ट के विस्तार की भी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि एक बार में दो बड़े विमान पार्क किए जा सकते हैं। अरोड़ा ने एयरपोर्ट के लिए फंड मंजूर करने का श्रेय पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को दिया। उन्होंने कहा कि यह पंजाब के सीएम का "ड्रीम प्रोजेक्ट" है।
उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे को जल्द ही संचालित करने के लिए सभी अनुमतियां मिल गई हैं। उन्होंने माना कि परियोजना को पूरा करने में कुछ देरी हुई है और ऐसा एएआई और आईएएफ से कुछ मंजूरी मिलने में देरी के कारण हुआ है। अरोड़ा ने बताया कि हवाई अड्डा 161.28 एकड़ क्षेत्र में बनाया जा रहा है। इस क्षेत्र में निर्मित टर्मिनल क्षेत्र 2,000 वर्ग मीटर है। भूमि को छोड़कर परियोजना की कुल लागत लगभग 70 करोड़ रुपये है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here