Edited By Vatika,Updated: 05 Apr, 2022 12:57 PM

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा विद्यार्थियों को 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा देने के लिए वसूल की जा रही फीस को बिना परीक्षा लिए ही
सुल्तानपुर लोधी (धीर) : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा विद्यार्थियों को 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा देने के लिए वसूल की जा रही फीस को बिना परीक्षा लिए ही वसूल कर लिया। 2020-21 के सर्टीफिकेट जारी करने के लिए बोर्ड ने पहले 300 रुपए प्रति विद्यार्थी वसूल किया गया, लेकिन अचानक यह फीस बढ़ा कर 800 रुपए कर दी। बच्चों के माता-पिता द्वारा बोर्ड की ओर से बढ़ाई गई फीस का डट कर विरोध किया गया जिसको 'पंजाब केसरी' द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। परंतु उस दौरान अधिकतर विद्यार्थियों ने सर्टीफिकेट लेने के लिए 800 रुपए के हिसाब से फीस जमा करवा दी।
सैंकड़ों विद्यार्थी ऐसे थे जिनके माता-पिता आर्थिक पक्ष से कमजोर होने के कारण यह फीस भरने से असमर्थ थे। इस मामले को लेकर जब विरोधी पार्टियों द्वारा शोर मचाना शुरू कर किया तो यह मामला मुख्यमंत्री भगवंत मान के ध्यान में लाया गया, जिन्होंने तुरंत शिक्षा मंत्री मीत हेयर से बातचीत करके विद्यार्थियों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए बोर्ड द्वारा की जा रही लूट प्रति कड़ा रुख अपनाते कांग्रेस सरकार समय शुरू हुई 800 रुपए की जगह केवल 100 रुपए फीस जमा करवाने का ऐलान कर दिया। इसको तुरंत प्रभाव से मानते पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने पत्र जारी कर दिया जिससे समूह विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिली है। गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी की सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने की ओर विशेष ध्यान दे रही हैं। इन दो विभागों में हर संभव सुविधा प्रदान की जाए और सुधारों प्रति बड़े कदम उठाने की तैयारियां भी जारी हैं।