Edited By swetha,Updated: 29 Aug, 2019 09:10 AM
राज्य में लगभग 61,000 पशुधन प्रभावित हुआ
जालन्धर(धवन): पंजाब में ब्यास व रावी दरिया में किसी भी बांध पर कोई दरार नहीं आई जैसा पिछले कुछ दिनों से झूठी अफवाहें फैलाई जा रही थीं। घग्घर तथा सतलुज दरिया में आई दरारों को अधिकतर भर दिया गया है तथा जो शेष रहती हैं उन्हें एक-दो दिनों में भर दिया जाएगा।
उक्त शब्द पंजाब के मुख्यमंत्री पंजाब के कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहे। उन्होंने भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन फोर्स, पंजाब सरकार के अधिकारियों, स्वयं सेवी संगठनों तथा पंजाब के लोगों का विभिन्न स्थानों पर दरारों को भरने में दिए गए योगदान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार के लिए सबसे पहली प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है इसलिए सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि सबसे पहले बाढ़ की चपेट में आए गांवों में लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए तथा उन्हें कैंपों में भेजा जाए।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि अभी तक सरकार ने बाढ़ से हुए नुक्सान को लेकर जो अनुमान लगाया है, उसके अनुसार 2000 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। इसमें बाढ़ पीड़ितों को पहुंचे नुक्सान, आधारभूत ढांचे को पहुंचे नुक्सान, पशुओं को जानी नुक्सान आदि शामिल हैं। उन्होंने लोगों से कहा कि वे बाढ़ को लेकर अफवाहें फैलाने से बाज आएं तथा सरकार को अपना ध्यान बाढ़ राहत व पुनर्वास की तरफ केन्द्रित करने दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से पंजाब में 6 जिले प्रभावित हुए हैं जिनमें रोपड़, मोगा, जालंधर, कपूरथला, फाजिल्का तथा फिरोजपुर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ से राज्य में लगभग 61,000 पशुधन प्रभावित हुआ है जिनका इलाज करने के लिए टीमों को साथ-साथ भेज दिया गया। केंद्र सरकार से उन्होंने तुरन्त राहत पैकेज देने की गुहार पहले ही लगा दी है और वह उम्मीद करते हैं कि जल्द ही केंद्रीय टीम पंजाब आकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी।