Edited By Urmila,Updated: 11 Apr, 2025 11:40 AM

त्रिपड़ी मार्कीट वैल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान और पंजाब किराना एसोसिएशन के प्रदेश वाइस प्रधान चिंटू नासरा ने कहा।
पटियाला (बलजिन्द्र) : त्रिपड़ी मार्कीट वैल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान और पंजाब किराना एसोसिएशन के प्रदेश वाइस प्रधान चिंटू नासरा ने कहा कि पंजाब में छोटे मूल्य के करैंसी नोटों खास कर 10, 20 और 50 रुपए की लगातार कमी आम लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। रोजमर्रा की के लेन-देन में इन नोटों की अनउपलब्धता कारण, छोटे दुकानदारों, आटो-रिक्शा चालकों, सब्जी विक्रेताओं और खास कर ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
बाज़ार में 100, 200 और 500 रुपए नोट काफी मात्रा में उपलब्ध हैं, परन्तु छोटे नोटों की उपलब्धता न होने के कारण, ग्राहकों को अनचाहे खर्च करने पड़ते हैं। इस के साथ जहां ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, वहां ही छोटे दुकानदारों को भी बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। छोटे करैंसी नोटों की कमी कारण, वह उधार पर सामान देने के लिए मजबूर हैं, जिस के साथ आर्थिक असंतुलन की स्थिति पैदा हो रही है।
प्रधान चिंटू नासरा ने कहा कि यह समस्या ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में गंभीर हो गई है। बैंकों और ए.टी.एम. से छोटे मूल्य के नोटों की सप्लाई भी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि यह गंभीर स्थिति के मद्देनजर, हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि छोटे नोटों की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध सी. बी. आई जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि यदि छोटे नोट जमा करने वाले लोगों विरुद्ध समय पर कार्रवाई न की गई तो आम लोगों की मुश्किलें ओर अधिक बढ़ सकतीं हैं।
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