Edited By Subhash Kapoor,Updated: 10 Mar, 2022 08:23 PM

विधानसभा चुनावों के आज आए परिणामों ने पंजाब की तरह जिला लुधियाना को भी हैरान कर दिया।
लुधियाना (मोहिनी): विधानसभा चुनावों के आज आए परिणामों ने पंजाब की तरह जिला लुधियाना को भी हैरान कर दिया। क्योंकि 2017 में एक बड़े सीट मार्जिन के साथ सरकार बनाने वाली कांग्रेस जिले की 14 सीटों में किसी भी सीट पर अपना खाता तक नहीं खोल पाई। यही नहीं जिन तीन सीटों सैंट्रल, पश्चिमी और लुधियाना उत्तरी में जीत कांग्रेस की तय मानी जा रही थी, वहां पर भी आम आदमी पार्टी ने झाड़ू फेर दिया है। इसके साथ ही पंजाब के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि लुधियाना जिले के सभी सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा, क्योंकि जो चुनाव परिणाम आए हैं, उससे यह साफ हो गया है कि इस बार आम आदमी के पक्ष में आंधी चल रही थी, जिसमें पंजाब की सभी पुरानी पार्टियों कांग्रेस, अकाली दल, भाजपा को मात मिली।
वहीं दूसरी ओर पश्चिमी हलका, जिसमें खुद कांग्रेस के सबसे चहेते चेहरे व पिछले 5 साल कई चर्चाओं और विवादों में रहे भारत भूषण आशू को भी आम आदमी पार्टी से हार मिली है, जिनको किसी और ने नहीं, बल्कि दो माह पहले कांग्रेस छोड़ 'आप' में गए गुरप्रीत सिंह गोगी ने करीब 7 हजार वोटों से हरा दिया। यही नहीं पिछले कई विधानसभा चुनाव जीते राकेश पांडे भी लुधियाना की नार्थ से 'आप' से ही मात खा बैठे, जबकि सैंट्रल से दिग्गज और कांग्रेस के कद्दावर नेता सुरेन्द्र डावर को भी उन्हीं की पार्टी में रहे और अब 'आप' का हाल ही में हिस्सा बने अशोक पराशर पप्पी ने धूल चटा दी। इसके अतिरिक्त पूर्वी में भी कांग्रेस को जीत नहीं मिल पाई और कई तरह की विवादित चर्चाओं में रहे संजय तलवाड़ को भी कांग्रेस में रहे व बाद 'आप' के नेता बने दलजीत सिंह भोला ग्रेवाल ने मात दी। शहर में चर्चा रही कि आशू और डावर की सीट को तो कांग्रेस पार्टी जीती हुई मान रही थी, लेकिन दोनों सीटों पर कांग्रेस के बागी हुए लीडरों ने ही पार्टी की जीत की राह में कांटे बिछा दिए।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here
पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here