Edited By Vatika,Updated: 11 Jan, 2025 10:02 AM
चंडीगढ़ एक बार फिर देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर दर्ज हुआ है।
चंडीगढ़: चंडीगढ़ एक बार फिर देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर दर्ज हुआ है। लोगों को फिर गत नवम्बर जैसी खराब हवा झेलनी पड़ रही है। चंडीगढ़ शुक्रवार को देश के सबसे प्रदूषित 4 शहरों में दिल्ली के बाद दूसरे नंबर पर रहा। चंडीगढ़ में एयर क्वालिटी इंडैक्स (ए.क्यू.आई.) 371 दर्ज हुआ। शहर के हर हिस्से में वीरवार शाम से शुक्रवार शाम तक बेहद खराब हवा में सांस लेना पड़ा। घने कोहरे और ठंड के बीच प्रदूषण का ये खराब स्तर पहले से बीमार लोगों के लिए इन दिनों हालात और खराब कर रहा है।
12 नवम्बर, 2024 से भी खराब हुए हालात
चंडीगढ़ पहली बार 12 नवम्बर, 2024 को दूसरा सबसे प्रदूषित शहर था। शहर का ए.क्यू.आई. 343 था, लेकिन अब उससे कहीं ज्यादा 361 दर्जहुआ। शहर के हर हिस्से में ज्यादातर घंटों में प्रदूषण का स्तर 400 से ज्यादा के गंभीर स्तर पर रहा। सैक्टर-22 और 53 के आसपास तो पी.एम.2.5 और पी.एम. 10. का स्तर 24 घंटों में से ज्यादातर वक्त 400 के पार हुआ।
हर एरिया में इस तरह गंभीर हुए हालात
■ सैक्टर-22 के आसपास 24 में से सिर्फ 3 घंटे प्रदूषण का स्तर 300 से नीचे रहा।
■ सैक्टर-25 के आसपाससिर्फ 5 घंटे प्रदूषणका स्तर 300 से नीचे आया।
■ सैक्टर-53 के आसपास तो सिर्फ 2 घंटे ही प्रदूषण का स्तर 300 से नीचे हुआ।
अस्थमा, बी.पी. और हार्ट के मरीजों के लिए खराब दौर
प्रदूषण का ये खराब स्तर अस्थमा, ब्लड प्रैशर और हार्ट पैशेंट्स के लिए मुश्किलें पैदा करने के साथ स्टोक्स भी ला सकता है। हवा में पी.एम.2.5 और पी.एम. 10 की 400 के पार की मात्रा कई बीमारियों का सामना कर रहे लोगों के लिए चिंता पैदा कर रहा है। स्वस्थ लोगों के फेफड़ों सबसे अंदर के हिस्से तक जाकर प्रभावित करती है। पी.एम. 2.5 के पार्टिकल फेफडों की सबसे अंदर की सतह पर जाकर जमते हैं जो कई दिनों तक नहीं साफ होते।