Edited By VANSH Sharma,Updated: 05 Aug, 2025 09:47 PM

जनजीवन और संपत्ति की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, जालंधर प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
जालंधर: जनजीवन और संपत्ति की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, जालंधर प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल के नेतृत्व में प्रशासन ने आदेश जारी कर सड़कों और खुले क्षेत्रों में मवेशियों को खुला छोड़ने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
आधिकारिक आदेश में डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि कई लोग अपने पशुओं को सड़कों और खेतों में खुला छोड़ देते हैं, जिससे सड़क हादसे होते हैं और फसलें भी बर्बाद होती हैं। कई बार ये पशु बेकाबू हो जाते हैं, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को खतरा होता है।
इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग तथा पुलिस विभाग को अपने-अपने क्षेत्रों में इस आदेश को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। डॉ. अग्रवाल ने पहले भी सभी अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि 31 अगस्त तक सभी आवारा और छोड़े गए मवेशियों को गौशालाओं में शिफ्ट किया जाए। यह आदेश जिले की पशु प्रबंधन योजना का हिस्सा है।
प्रशासन ने पशुओं की बेहतर देखभाल के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 9646-222-555 भी जारी किया है। इस नंबर पर लोग घायल या छोड़े गए पशुओं की जानकारी दे सकते हैं, ताकि उन्हें समय पर इलाज मिल सके और सुरक्षित रूप से गौशालाओं तक पहुंचाया जा सके।
डिप्टी कमिश्नर ने दोहराया कि प्रशासन इस समस्या का समग्र समाधान चाहता है, ताकि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके, किसानों को नुकसान से बचाया जा सके और पशु कल्याण को बढ़ावा दिया जा सके।
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