Edited By Subhash Kapoor,Updated: 21 Sep, 2023 10:39 PM

पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने जगराओें के सिविल अस्पताल में तैनात मेडिकल अफसर से 1 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में कथित पत्रकार को रंगे गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दो अन्य साथी बलजिदर सिंह व मनजीत सिंह अभी फरार हैं।
लुधियाना (गौतम) : पंजाब विजीलेंस ब्यूरो ने जगराओें के सिविल अस्पताल में तैनात मेडिकल अफसर से 1 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में कथित पत्रकार को रंगे गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दो अन्य साथी बलजिदर सिंह व मनजीत सिंह अभी फरार हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान गांव गालिब के रहने वाले निर्भय सिंह के रूप में हुई है। टीम ने आरोपी से राशि भी बरामद कर ली है। आरोपियों के खिलाफ डाक्टर दीपक गोयल की शिकायत पर भ्रष्टाचार रोको कानून की धारा 7-ए व आईपीसी 420 व 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। खुद को पत्रकार होने का दावा करने वाले आरोपी निर्भय सिंह को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में डाक्टर से 1 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।
जानकारी देते हुए ब्यूरों के प्रवक्ता ने बताया कि सिविल अस्पताल जगराओं में बतौर मेडिकल अफसर (आर्थोपैडक्सि) तैनात डाक्टर दीपक गोयल ने विजीलेंस ब्यूरो लुधियाना में शिकायत दी थी कि जगराओं की काऊके कालोनी का रहने वाला बलजिंदर सिंह नाम के मरीज के इलाज के संबंध में तीन लोग उनको ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं।
शिकायत में उन्होंने बताया कि 29 जून 2023 को बलजिंदर सिंह की टांग में चोट लगने के कारण उसको सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, अगले दिन उसकी जांच की गई और एक्सरे करवाने के लिए कहा गया। इस दौरान बलजिंदर सिंह ने डाक्टरी सलाह से बिना ही अस्पताल से छुट्टी ले ली और एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हो गया। इसके बाद बलजिंदर सिंह ने एस.एम.ओ. लुधियाना में शिकायत देकर उन पर आरोप लगाया कि उसका सिविल अस्पताल में उचित उपचार नहीं किया गया और उसे जानबूझ कर अपने रिश्तेदार के निजी अस्पताल में भेज दिया।
प्रवक्ता ने बताया कि 5 सितंबर 2023 को उक्त आरोपी निर्भय सिंह व अपने साथी मनजीत सिंह उनके पास आए और खुद को पत्रकार बताया। आरोपी निर्भय सिंह ने आरोप लगाया कि बलजिंदर सिंह की सिविल अस्पताल में उचित देखभाल नहीं हुई और डाक्टर गोयल ने उसे जानबूझ प्राइवेट अस्पताल में भेज दिया। इस दौरान आरोपी ने लुधियाना एस.एम.ओ. से अच्छे संबंध होने की धमकी दी और कहा कि अगर 1 लाख 40 हजार रुपए लेकर शिकायत का निपटारा कर सकते है। धमकाते हुए कहा कि अगर राशि नहीं दी गई तो उन्हें झूठे केस में फंसा दिया जाएगा। उक्त आरोपी ने पहले ही 20 हजार रुपए रिश्वत के तौर पर पहले ही ले लिए। कथित पत्रकार आरोपी को डाक्टर ने वीरवार को 1 लाख रुपए की राशि देनी थी, जिस संबंध में उसने आरोपी की आडियो रिकार्डिग कर ली।