Edited By Kalash,Updated: 24 Jul, 2025 11:30 AM

इस अवसर पर डा.पूनम जिंदल, डा.रवनीत कौर, कर्मजीत कौर एलएचवी, अमरजीत और दर्शन मल्टीपर्पज वर्कर सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
फिरोजपुर (खुल्लर): सिविल सर्जन डॉ. राजविंदर कौर के मार्ग दर्शन में आम आदमी क्लीनिक खाईफेमके में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा आम जनता को रेबीज के प्रति जागरूक करने हेतु एक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजू चौहान ने बताया कि जिले के सभी आम आदमी क्लीनिकों में रेबीज का टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रेबीज वायरस से फैलने वाली एक बहुत ही गंभीर बीमारी है, जो कुत्ते, बिल्ली या किसी अन्य जानवर के काटने से फैलती है। उन्होंने बताया कि देश में हर साल लगभग हजारों लोग रेबीज के संक्रमण से मरते हैं और रेबीज से बचाव का एकमात्र उपाय टीकाकरण है।
उप-जनसंचार अधिकारी अंकुश भंडारी ने बताया कि रेबीज एक वायरस संक्रमण है जो आमतौर पर संक्रमित जानवर के काटने से फैलता है। रेबीज वायरस कभी-कभी पालतू जानवर को चाटने या जानवर की लार के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। रेबीज एक जानलेवा बीमारी है, जिसके लक्ष्ण बहुत देर से दिखाई देते हैं, अगर समय रहते इसका इलाज ना किया जाए तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है। उन्होंने जिन लोगों के घरों में पालतू कुत्ते हैं, उनसे अपील की कि वह उनका टीकाकरण अवश्य करवाएं, तांकि कुत्तों के काटने पर लोगों को रेबीज से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि रेबीज के 99 प्रतिशत मामले कुत्तों के काटने से ही संबंधित होते हैं, जिसके ईलाज के लिए एंटी-रेबीज वैक्सीन मुफ्त लगाई जाती है, प्राथमिक उपचार के तौर पर घाव को 15 मिनट तक बहते पानी में साबुन से धोने से इस बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है। कुत्ते के काटने के बाद तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर डॉक्टरी सलाह के अनुसार एंटी-रेबीज टीके लगवाना बहुत जरूरी है, तांकि इस बीमारी से बचा जा सके। इस अवसर पर डा.पूनम जिंदल, डा.रवनीत कौर, कर्मजीत कौर एलएचवी, अमरजीत और दर्शन मल्टीपर्पज वर्कर सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
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