Edited By Updated: 01 Sep, 2016 09:31 AM

आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब विधानसभा चुनाव जीतना आसान नहीं होगा। पंजाब के पार्टी संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को
चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब विधानसभा चुनाव जीतना आसान नहीं होगा। पंजाब के पार्टी संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को निकालने के बाद आम आदमी पार्टी अपनी पंजाब रणनीति पर फिर से मंथन कर रही है।
सुच्चा सिंह को निकाल कर आप ने अपना एक महत्वपूर्ण सिख चेहरा तो खोया ही, साथ ही सुच्चा सिंह को पार्टी नेतृत्व की आलोचना करने का अवसर भी दे दिया। सुच्चा सिंह ने आप लीडरशिप पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह स्थानीय समुदायों के मूल्यों का अनादर करते हुए दिल्ली के नेताओं द्वारा पंजाब चलाना चाह रही है। क्रिकेटर से राजनीति में आए नवजोत सिंह सिद्धू को आम आदमी पार्टी में लेने की कोशिशें भी सफल होती नहीं दिख रहीं जिससे पार्टी की मुश्किलें और बढ़ी हैं।
मंगलवार को पंजाब मामलों के प्रभारी संजय सिंह ने माना कि सोमवार को हुई बैठक में यह तय हुआ है कि सार्वजनिक रूप से छोटेपुर को निशाने पर नहीं लिया जाएगा। संजय सिंह ने कहा कि छोटेपुर अभी भी पार्टी का हिस्सा हैं और यह मामला 2 सदस्यीय जांच कमेटी के अधीन है। जहां एक ओर आप ने अपना रुख थोड़ा सुस्त किया है, वहीं छोटेपुर ने कहा कि अगर पार्टी उनसे संपर्क भी साधती है तो भी समझौते की उम्मीद नहीं है। छोटेपुर ने कहा कि इस पूरे प्रकरण से मुझे काफी दुख हुआ है। मैं इससे उबर नहीं पाया हूं। मुझे उनकी क्लीन चिट नहीं चाहिए।