Edited By swetha,Updated: 14 Jul, 2019 02:38 PM

करतारपुर कॉरीडोर को लेकर भारत-पाक आधिकारियों के बीच दूसरे दौर की वार्ता आज वाघा बार्डर पर होगी। यह बैठक सुबह शुरू होकर दोपहर 1 बजे तक चलेगी। इसके बाद दोनों देशों के अधिकारी अलग-अलग पत्रकार वार्ता करेंगे।
अमृतसरः भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों ने करतारपुर गलियारे को चालू करने, उससे संबंधित तकनीकी मामलों और इस संबंध में मसौदा समझौते पर चर्चा करने के लिए रविवार को दूसरे दौर की वार्ता सम्पन्न हो गई। इस बैठक में भारतीय पासपोर्ट, ओ.आई.सी. कार्ड धारकों को वीजा फ्री एंट्री तथा हर दिन 5000 तीर्थयात्रियों को दर्शन करवाने के लिए पाकिस्तान सहमत हो गया। पहले वह 700 तीर्थयात्रियों को रोजाना दर्शन करवाने की बात कर रहा था।
वहीं बैठक में रावी नदी पर पुल बनाने की भारत की मांग को पाक ने सैद्धांतिक तौर पर सहमति दे दी। साथ ही भारत की ओर से कहा गया कि आस्था के आधार पर तीर्थयात्रियों से भेदभाव नहीं होना चाहिए। भारतीयों के साथ भारतीय मूल के तीर्थयात्रियों को भी हो इजाजत दी जाए।

बैठक से पहले पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता और 13 सदस्यीय पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के नेता मोहम्मद फैसल ने कहा था कि हमें मामलों पर उपयोगी वार्ता होने और समाधान मिलने की उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा था कि गलियारे का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में भारत और पाकिस्तान इस गलियारे के निर्माण के लिए सहमत हुए थे. गुरदासपुर जिले में 26 नवंबर को और इसके दो दिन बाद पाकिस्तान के नारोवाल (लाहौर से 125 किमी दूर) में इस गलियारे की आधारशिला रखी गई थी।

खालिस्तान समर्थकों पर नाराजगी
बैठक से ठीक पहले पाकिस्तान ने खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला को वहां के सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से हटा दिया। ये कूटनीतिक दबाव का बड़ा असर है। पहले दौर की बातचीत में भारत ने इसे लेकर चिंता जाहिर की थी। वह करतारपुर कॉरिडोर की वार्ता कमेटी का भी सदस्य था।
