Edited By swetha,Updated: 15 Feb, 2020 09:15 AM
जालंधर जिले में सक्रिय एक नौसरबाज गिरोह भोगपुर में हाईवे पर स्थित शहर के एक मशहूर ज्यूलर और मनी चेंजर के शोरूम में ठगी मार कर फरार हो गए।
भोगपुर(सूरी): जालंधर जिले में सक्रिय एक नौसरबाज गिरोह भोगपुर में हाईवे पर स्थित शहर के एक मशहूर ज्यूलर और मनी चेंजर के शोरूम में ठगी मार कर फरार हो गए। मामले की जानकारी देते शोरूम के मालिक ने बताया कि गुरुवार देर शाम उनका बेटा शोरूम में गहनों वाले काऊंटर बैठा था और शोरूम में बने मनी चेंजर के काऊंटर पर 2 मुलाजिम लड़कियां बैठी थीं।
रात साढ़े 8 बजे के करीब एक सफेद रंग की कार शोरूम सामने सड़क की दूसरे तरफ रुकी, जिसमें से एक जोड़ा व एक नौजवान उतरकर शोरूम में आए, जिसमें से एक आदमी ने शोरूम मालिक के पुत्र को बताया कि वह तुर्की के इस्ताम्बुल शहर से आए हैं। उन्होंने उससे सोने के गहने खरीदने की इच्छा प्रकट की और उसे बातों में उलझा लिया। इस दौरान महिला व नौजवान भी उसके साथ बात करते हुए उसके सामने खड़े हो गए और उक्त आदमी ने मनी चेंजर वाले काऊंटर पर बैठी लड़कियों को कहा कि वह विदेशी करंसी को बदलना चाहता है और उनको भारतीय करंसी दिखाने के लिए कहने लगा।
लड़कियों ने उसे एक 500 का नोट दिया परन्तु उसने नोटों का पूरा पैकट दिखाने की मांग की, जिसके बाद उन्होंने एक पैकट दिया। उसने कैश वाले दराज में से 3 पैकट 500 के नोटों वाले ले लिए और सभी पैकट खोल नोट इकठ्ठा कर लिए। बातें करते-करते उसने इकठ्ठा किए नोटों में 50 हजार के करीब रुपए अपनी जेब में डाल लिए और शोरूम मालिक को अपना गलत विदेशी मोबाइल नंबर देकर अपने साथ आई महिला और नौजवान के साथ कार में बैठकर फरार हो गया। इस गिरोह के जाने के बाद जब लड़कियों ने कैश काऊंट किया तो उसमें से 51 हजार रुपए चोरी हो चुके थे। मामले का पता लगने पर जब शोरूम मालिक पहुंचा तो उसने शोरूम में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की रिकाॄडग चैक की तो सारी वारदात कैमरों में कैद हो चुकी थी। उसने तुरंत इस ठगी की सूचना भोगपुर पुलिस को दी और भोगपुर पुलिस की तरफ से मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पूरी तरह विदेशी की तरह दिखाई देता है यह ठग परिवार
ठगी को वारदात देने वाला परिवार पूरी तरह विदेशी की तरह तैयार होकर शिकार की खोज में निकलता है। गिरोह का सरगने ने फ्रैंच कट दाड़ी रखी हुई है और सिर परफैशनदार टोपी पहनी हुई है, जिस भी दुकान या शोरूम को इस गिरोह ने अपनी ठगी का शिकार बनाना होता है उस दुकान की दिन के समय अंदर और बाहर से पूरी रेकी की जाती है और शाम के समय वारदात को अंजाम दिया जाता है। गिरोह का प्रमुख तुर्की और अन्य भाषाओं में बात कर अपने शिकार को फंसाने में पूरी तरह निपुण है। इस गिरोह की तरफ से जो कार वारदातों में इस्तेमाल की जा रही है उस पर दिल्ली का नंबर लगा हुआ है जोकि दूसरी गाडिय़ों के नंबरों से थोड़ा अलग है।