Edited By Sunita sarangal,Updated: 19 Feb, 2020 09:07 AM
जालंधर(खुराना): एक ओर जहां जिमखाना क्लब मैनेजमैंट ने क्लब परिसर में अनुशासन की बहाली हेतु पिछले दिनों कुछ कड़े फैसले लिए वहीं अब क्लब की नई मैनेजमैंट ने वर्षों पुराने डिफाल्टर सदस्यों से पैसों की वसूली के लिए नया प्रयोग शुरू किया है। इस प्रयोग के तहत क्लब मैनेजमैंट ने उन डिफाल्टर सदस्यों, जिन्हें क्लब वर्षों पहले निकाल चुका है, के बकाए उन लोगों से वसूलने का क्रम शुरू किया है, जिन्होंने उन्हें मैम्बर बनाते समय उनके फार्म पर बतौर प्रोपोजर या सैकेंडर हस्ताक्षर किए थे। क्लब ने सैंकड़ों की संख्या में प्रोपोजर और सैकेंडर बने क्लब मैम्बरों को नोटिस निकाले हैं, जिनमें क्लब के पूर्व सैक्रेटरी सतीश ठाकुर गोरा, दलजीत सिंह छाबड़ा व विजय सहगल जैसे नाम भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा 12 नोटिस दलजीत सिंह छाबड़ा को निकाले गए हैं, जबकि विजय सहगल के नाम पर निकाले गए नोटिसों की संख्या भी आधा दर्जन के करीब है। फिलहाल 2 नोटिस गोरा ठाकुर को भी मिले हैं।
क्लब मैनेजमैंट ने यह नोटिस दिसम्बर के आखिरी सप्ताह में निकालने शुरू किए थे। इन नोटिसों में साफ लिखा है कि बतौर प्रोपोजर या सैकेंडर आप लोगों ने जिन मैम्बरों के फार्मों पर हस्ताक्षर किए हैं, की ओर फ्लां रकम बकाया खड़ी है जिसे 15 दिन के भीतर चुकाया जाए अन्यथा कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
डा. मान, पैंटा, धीरज, काका, घई, डा. ओबराय, झांजी को भी नोटिस सर्व
जिमखाना क्लब मैनेजमैंट ने डिफाल्टर तथा क्लब से निकाले जा चुके सदस्यों से पैसों की वसूली के लिए जो सैंकड़ों नोटिस निकाले हैं, उनमें डा. एच.एस. मान, परमजीत सिंह पैंटा, धीरज सेठ, हरमिन्द्र सिंह काका, अमरीक सिंह घई, डा. हरदीप ओबराय, राकेश झांजी, रोहित खोसला, एडवोकेट दिनेश सरना, मनमोहन शर्मा, गुलशन शर्मा, नरेन्द्र सिंह शेरगिल, वाई.के. सूद, संजीव बांसल, प्रवीण गुप्ता, डा. मंदीप सेठी, राजिन्द्र कलसी, के.सी. गुप्ता, अशोक नंदा, डा. पवन, पी.एस. बब्बर, मनिन्द्र सिंह कौमी, डा. एम.बी. बाली, धर्मपाल अग्रवाल, सुरेन्द्र सेठ तथा एडवोकेट प्रितपाल सिंह नौटी जैसे नाम भी शामिल हैं।
डिफाल्टरों की ओर कुल बकाया एक करोड़ से ज्यादा
जिमखाना क्लब ने ऐसे मैम्बरों से एक करोड़ रुपए से ज्यादा रुपया लेना है जिन्हें क्लब निकाल चुका है परंतु यह राशि हर साल क्लब की बैलेंस शीट में दिख जाती है। इन डिफाल्टरों में कई सदस्य तो प्रभु को प्यारे हो चुके हैं जबकि ज्यादातर संख्या उन कैजुअल या टैनयोर कैटेगरी के मैम्बरों की है जिन्होंने अफसर कोटे में मैम्बरशिप ली और दूसरे शहर में ट्रांसफर होने पर क्लब को बिना बकाया जमा करवाए चले गए। डिफाल्टरों की सूची में पंजाब के कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों व पी.सी.एस. लैवल के अधिकारियों के नाम भी हैं।
राकेश राठौर, समरा सहित कई राजनीतिज्ञों को भी नोटिस जारी
जिमखाना क्लब मैनेजमैंट ने डिफाल्टर तथा निकाले जा चुके मैम्बरों से पैसों की वसूली के लिए जहां अपने पूर्व सैक्रेटरीज गोरा ठाकुर, दलजीत छाबड़ा और विजय सहगल इत्यादि को नोटिस सर्व किए हैं वहीं राकेश राठौर और ए.एस. समरा जैसे राजनीतिज्ञों को भी नहीं बख्शा गया। कांग्रेसी नेता सतनाम बिट्टा को भी नोटिस भेजा गया और कुछ अन्य राजनीतिज्ञों के नाम भी इस सूची में शामिल हैं।
नोटिस भेजने के बाद पैसे आने शुरू
जिमखाना क्लब के वर्तमान सैक्रेटरी तरुण सिक्का ने डिफाल्टर तथा क्लब से निकाले जा चुके सदस्यों से बकायों की वसूली हेतु उनके प्रोपोजर तथा सैकेंडर मैम्बरों को नोटिस भेजे जाने की प्रक्रिया को सफल बताते हुए कहा कि इसके अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं और क्लब के खजाने में पैसे आने शुरू हो गए हैं। कई सदस्यों ने क्लब को नोटिसों के जवाब भी भेजे हैं।
वर्तमान टीम के सदस्यों को भी मिले नोटिस
जिमखाना क्लब मैनेजमैंट ने निकाले जा चुके सदस्यों से पैसों की वसूली के लिए जो नोटिस निकाले हैं, में क्लब की वर्तमान टीम के कई सदस्य भी शामिल हैं, जिनमें वाइस प्रैजीडैंट राजू विर्क, ज्वाइंट सैक्रेटरी सौरभ खुल्लर, शालिन जोशी, सी.ए. राजीव बांसल इत्यादि शामिल हैं।