Edited By Kalash,Updated: 15 Oct, 2025 01:21 PM

गंभीर प्रभाव पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
अमृतसर (इन्द्रजीत): उत्तरी भारत की सबसे बड़ी व्यापारिक संस्था पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल ने प्रदेश में लगातार कई दिनों तक बैंक बंद रहने से व्यापारिक गतिविधियों पर पड़े गंभीर प्रभाव पर गहरी चिंता व्यक्त की है। 7 व 8 अक्तूबर को बैंक अवकाश, 9 व 10 को बैंक यूनियन की हड़ताल व 11 व 12 अक्टूबर को साप्ताहिक अवकाश के कारण प्रदेशभर में बैंकिंग कार्य प्रणाली पूरी तरह ठप्प रही। इस लम्बे अंतराल के कारण व्यापारियों को लेन-देन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बैंकों में चेक क्लियरिंग और अन्य वित्तीय लेन-देन अब तक लंबित पड़े हैं, जिससे बाजार में नकदी प्रवाह लगभग रुक गया है। पी.एन.बी. की ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि 4 अक्तूबर के बाद कोई क्लीयरिंग ही नहीं गई।
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्यारेलाल लाल सेठ व महासचिव समीर जैन ने कहा कि दीपावली जैसे प्रमुख त्योहारों से पूर्व बैंकिंग गतिविधियों का ठप्प होना प्रदेश के व्यापार जगत के लिए गहरा झटका और बैंकिंग के नाम पर कमजोर व्यवस्था मानी जा रही है। उन्होंने कहा कि जब पूरा बाजार त्यौहारी खरीदारी की तैयारी में जुटा है, ऐसे समय में बैंकिंग सेवाओं का बाधित होना, न केवल व्यापारियों बल्कि आम उपभोक्ताओं के लिए भी गंभीर समस्या बन गया है।
व्यापार मंडल ने भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई) से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि देश के किसी भी हिस्से में बैंकों को किसी भी परिस्थिति में लगातार दो दिनों से अधिक बंद रखने की अनुमति न दी जाए। ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए कि आवश्यक बैंकिंग सेवाएं जैसे चेक क्लियरिंग, नकदी निकासी, डिजिटल ट्रांजैक्शन आदि,हर समय सुचारु रूप से चलती रहें।
आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा गहरा असर : जैन
समीर जैन ने कहा कि यदि ऐसी स्थितियां बार-बार दोहराई गईं तो इससे छोटे व मध्यम व्यापारियों की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ेगा, जो पहले से ही महंगाई और बाजार की अनिश्चितताओं से जूझ रहे हैं। व्यापार मंडल ने आर.बी.आई. से आग्रह किया है कि वह स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करे, ताकि भविष्य में इस प्रकार की बैंकिंग रुकावटें न हों व व्यापार जगत को स्थिरता एवं भरोसा मिले।
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