Edited By Vatika,Updated: 23 Jun, 2020 09:59 AM
केंद्र्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने तत्काल खाने के लिए तैयार भोजन को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर
बठिंडा/चंडीगढ़ (विजय/अश्वनी): केंद्र्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने तत्काल खाने के लिए तैयार भोजन को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कोविड-19 के खिलाफ अपनी प्रभावकारिता के कारण पश्चिमी दुनिया में भारत के सुपर फूड्स पर बल दिया।
केंद्रीय मंत्री ने फूड प्रोसैसिंंग एक्सक्लूसिव इंवैस्टमैंट फोर्म की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस समय दुनिया का ध्यान पोषण आहार पर है तथा वैश्विक बाजार में यही समय भारत को आगे बढ़ाने का है। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय ने भारत में कारोबार करने के घरेलू तथा विदेशी दोनो निवेशकों के साथ काम करने के लिए निवेश भारत में एक समर्पित इंवैस्टमैंट फैसिलेशन सेल की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ परिवहन तथा रसद की कमी के कारण उपज की भारी बर्बादी का भी मुद्दा था। इन सभी मुद्दों के कारण नए अवसर खोले गए हैं जिससे 180 से भी अधिक वैश्विक निवेशकों, राज्य सरकारों तथा केंद्र के लिए एक ही समय में एक ही स्थान पर रहना संभव हो गया है।
बादल ने कहा कि सभी क्षेत्रों में भारी अवसर है तथा कई खाद्य प्रसस्करण उद्योग मंत्रालय (एम.ओ.एफ .पी.आई.) द्वारा फंड की गई परियोजनाओं को भी हाल ही में नए क्षेत्रों से नए ऑर्डर मिल रहे हैं। इसीलिए यही वह समय है जब राज्य तथा केंद्र को साथ मिलकर काम करना चाहिए। फोर्म में पंजाब, आंध्र प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश, तेलंगाना तथा उत्तर प्रदेश सहित संघ तथा 6 राज्य सरकारों के वरिष्ठतम नीति निर्माताओं सहित 18 देशों की 180 कंपनियों ने भी भाग लिया। निवेश मंच वैबिनार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री रामेश्वर तेली, आंध्र प्रदेश निवेश बुनियादी ढांचा, उद्योग एवं वाणि’य मंत्री मेकापति गौथम रेड्डी, असम के उद्योग मंत्री चद्रमोहन पटोवरी तथा पंजाब लोक निर्माण विभाग के मंत्री विजयइंद्र सिंगला भी मौजूद थे।