जालंधर को Smart City बनाने का सपना अधूरा, जमीनी हकीकत कुछ और ही
Edited By Urmila,Updated: 29 Apr, 2025 12:28 PM

जालंधर स्मार्ट सिटी कहने में बहुत अच्छा लगता है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
जालंधर (कुंदन, पंकज): जालंधर स्मार्ट सिटी कहने में बहुत अच्छा लगता है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। वहीं जालंधर शहर को पिछले सालों से जो स्मार्ट बनाने का सपना लोगों को दिखाया जा रहा है वह अधूरा दिखता नजर आ रहा है। इसका उदाहरण बस्ती बावा की नहर जो किसी समय साफ सुथरी हुआ करती थी आज उस नहर का हाल बुरा हो चुका है।
सरकारों ने नहरों में पानी तो छोड़ दिया है पर उनकी साफ सफाई पर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा। नहर के अंदर कूड़ा कर्कट पड़ा साफ नजर आ सकता है और इसके साथ-साथ नहर का जो पुल बनाया गया है उसकी भी कई सालों से रिपेयर नहीं हुई। मौजूदा सरकारों को चाहिए कि इस नहर को साफ सुथरा करके शहर को स्मार्ट बनाने का जो सपना लोगों को दिखाया जा रहा है उसे पूरा किया जा सके।
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