Edited By Kalash,Updated: 07 Jan, 2025 06:23 PM
स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए एडवाइजरी जारी की गई है।
बठिंडा : स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए एडवाइजरी जारी की गई है। इस मौके पर जानकारी देते हुए कार्यकारी सिविस सर्जन डॉ. रमनदीप सिंगला ने कहा कि तापमान में गिरावट आने के कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि ठंड के कारण निमोनिया जल्दी हो जाता है, जिस कारण लोगों को अपना खास ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर निमोनिया की समय रहते पहचान कर इलान न करवाया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। उन्होंने कहा कि 5 साल तक के बच्चों में होने वाली मौत का मुख्य कारण निमोनिया है जो फेफड़ों के संक्रमण के कारण होता है।
उन्होंने कहा कि निमोनिया एक गंभीर बीमारी है। इस लिए घरेलू इलाज में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए और इसके लक्षण पहचानकर तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से मरीज का इलाज कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा निमोनिया की रोकथाम और उपचार को लेकर 'सोशल अवेयरनेस एंड एक्शन टू न्यूट्रलाइज निमोनिया सक्सेसफुली' प्रोग्राम शुरू किया गया है। इसके तहत लोगों को निमोनिया से बचाव संबंधी जागरुक करना, इसकी जल्दी पहचान कर इसका इलाज करना और गंभीर केसों को जल्द अस्पतालों में ले जाने संबंधी जागरुक किया जा रहा है।
इस संबंध में जिले में काम करते मेडिकल अफसरों, कम्युनिटी हेल्थ अफसरों और एस.पी.एच. डब्ल्यू. को ट्रेनिग दी जा रही है ताकि वह लोगों को इस बीमारी संबंधी जागरुक कर सकें। उन्होंने कहा कि निमोनिया से बचने के किए हमें अपने हाथों को बार-बार धोना चाहिए ताकि बैक्टीरिया को रोकने में मदद मिल सके। बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए मां का पहला गाढ़ा दूध जरुर पिलाना चाहिए और 6 महीने तक सिर्फ मां का दूध पिलाना चाहिए। सर्दियों में बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखना चाहिए और बच्चों को जमीन पर नंगे पैर नहीं चलने देना चाहिए।
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