Edited By Subhash Kapoor,Updated: 11 Jun, 2025 05:37 PM

पंजाब में पिछले कई दिनों से पढ़ रही भीषण गर्मी व तापमान में बढ़ोतरी को देखते लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है।
मोगा : पंजाब में पिछले कई दिनों से पढ़ रही भीषण गर्मी व तापमान में बढ़ोतरी को देखते लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। बढ़ती गर्मी को देखते हुए डॉ. राकेश अरोड़ा, डॉ. सीमांत गर्ग, डॉ. संदीप गर्ग, डॉ. हरजिंदर सिंह सिद्धू, डॉ. नवीन सूद, डॉ. जगतार सिंह सेखों, डॉ. प्रेम सिंह, डॉ. रछपाल सिंह संधू, डॉ. गुरचरण सिंह, डॉ. रितेश सिंगला ने लोगों से अपील की है कि लू से बचने के लिए सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर न निकलें, अगर कोई जरूरी काम है तो सुबह ही निपटा लें।
उन्होंने कहा कि अब गर्मी बढ़ रही है और सुबह ही गर्मी का एहसास होने लगा है, जिसके चलते सावधानी जरूरी है।
उन्होंने बताया कि आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, चक्कर आना, बेचैनी व घबराहट होना, हल्का या तेज बुखार, अत्यधिक प्यास लगना, तेज सिर दर्द व उल्टी होना, कमजोरी महसूस होना, गर्मी के बावजूद कम पसीना आना, मांसपेशियों में दर्द होना आदि हीटस्ट्रोक के लक्षण हैं।
ऐसे लक्षण नजर आने पर व्यक्ति को छाया में बैठाना चाहिए, व्यक्ति के कपड़े ढीले कर देने चाहिए, कुछ तरल पदार्थ पीने को देने चाहिए, ठंडे पानी की पट्टियां लगानी चाहिए, रोगी को ठंडे पानी से भरे बाथटब में लिटा देना चाहिए। उसे ओ.आर.एस. का घोल बनाकर पिलाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि यदि बुखार 104-105 डिग्री फारेनहाइट से अधिक हो, शरीर गर्म होकर पसीना आना बंद हो जाए तथा त्वचा रूखी व चिपचिपी हो जाए, रोगी बेहोश हो जाए या अत्यधिक घबराहट हो तो तुरंत स्वास्थ्य केन्द्र पर विशेषज्ञ चिकित्सक को दिखाएं।
बच्चों से लेकर बड़ों तक, मोटापे से ग्रस्त लोग, हृदय रोगी, शारीरिक रूप से कमजोर लोग तथा शरीर के रसायनों या रक्त वाहिकाओं को प्रभावित करने वाली कुछ दवाइयां लेने वाले लोगों को हीटस्ट्रोक का सबसे अधिक खतरा होता है। उन्होंने कहा कि गर्मी के दौरान खाली पेट घर से बाहर न निकलें, ज्यादा मिर्च-मसालेदार भोजन से बचें, कूलर या एसी वाले कमरे से बाहर धूप में थोड़ी देर के लिए न जाएं।