Edited By Subhash Kapoor,Updated: 24 Aug, 2025 11:10 PM

थाना मजीठा रोड की पुलिस की हिरासत में एक युवक की मौत होने का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान दीपक निवासी फैजपुरा नवी अबादी के तौर पर हुई है। वहीं पुलिस का दावा है कि युवक की मौत थाने में नहीं, बल्कि इलाज के दौरान अस्पताल में हुई है।
अमृतसर (जशन) : थाना मजीठा रोड की पुलिस की हिरासत में एक युवक की मौत होने का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान दीपक निवासी फैजपुरा नवी अबादी के तौर पर हुई है। वहीं पुलिस का दावा है कि युवक की मौत थाने में नहीं, बल्कि इलाज के दौरान अस्पताल में हुई है।
उधर, युवक की मौत होने संबंधी जब उसके परिजनों को जानकारी मिली तो उसके परिजनों ने मजीठा रोड पर ही ट्रैफिक जाम कर धरना लगाकर रोष प्रदर्शन किया। मृतक युवक दीपक की पत्नी सुनैना ने बताया कि रविवार दोपहर को जब पुलिस का फोन आया कि उसके पित दीपक की मौत हो गई है। वो उसी वक्त हैरान रह गई कि वो (उससे दीपक से) सुबह ही पुलिस की हिरासत में मिलकर आई थी। उसने दावा करते कहा कि उसके पति दीपक की मौत पुलिस हिरासत में पुलिस द्वारा जांच के नाम पर की जाने वाली मारपीट के चलते हुई है। उसने पत्रकारों को बताया कि अभी वो रविवार सुबह ही उसे पुलिस की हवालात में दीपक को सुबह का खाना देकर आई थी। सुबह ही उससे दीपक ने कहा था कि उसकी तबीयत खराब है, लेकिन दोपहर को उसी मौत की खबर आने से सारा परिवार सकते में पड़ गया।
दीपक ने परिजनों व उसके समर्थकों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए मजीठा रोड पर धरना देते हुए कहा कि उसे रिमांड के दौरान इतनी पीटा गया कि उसकी तबीयत तक बिगड़ गई थी। सुनैना ने बताया कि लगभग पांच दिन पहले पुलिस ने उसे (दीपक) को घर से उठाया था और उस पर नशा बेचने का आरोप लगाया था, जबकि वो ऐसा कुछ नहीं करता था।
क्या कहना है पुलिस अधिकारी का
इस संबंध में थाना मजीठा रोड के थाना मजीठा रोड के एस.एच.ओ इंस्पैक्टर रणजीत सिंह धालीवाल ने बताया कि उक्त युवक दीपक पर 20 अगस्त को एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसमें आरोपी दीपक से 20 ग्राम हैरोइन भी बरामद हुई थी। इसके बाद से ही दीपक रिमांड पर चला आ रहा था। उन्होंने दावा किया कि जब दीपक की तबीयत गिहड़ी थी तो उसे उसी वक्त ही मजीठा रोड स्थित गुरु नानक देव अस्पातल में भर्ती करवा दिया गया था। उन्होंने दावा किया कि दीपक की मौत इलाज के दौरान अस्पताल में हुई है, न कि पुलिस हिरासत में।