Edited By Subhash Kapoor,Updated: 01 Aug, 2025 08:19 PM

पिछले दो माह से तनख्वाह न मिलने से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे जिले के सभी सेवा केन्द्रों में तैनात कर्मचारियों के सब्र का बांध उस समय टूट गया।
लुधियाना (पंकज) : पिछले दो माह से तनख्वाह न मिलने से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे जिले के सभी सेवा केन्द्रों में तैनात कर्मचारियों के सब्र का बांध उस समय टूट गया, जब संबंधित कम्पनी की तरफ से उन्हें अभी और इंतजार करने की बात कही गई। महंगाई के इस दौर में जब खाने पीने के सामान के दाम आसमान को छू रहे हैं, ऐसे में पिछले दो माह से तनख्वाह का इंतजार कर रहे सेवा केन्द्रों के स्टाफ ने कामकाज बंद करते हुए न सिर्फ रोष प्रदर्शन किया बल्कि सरकार की तरफ से जिस कम्पनी को सेवा केन्द्रों का ठेका दिया गया है, उस पर धक्केशाही करने और लेबर कानून की धज्जियां उड़ाने संबंधी गंभीर आरोप भी लगाए गए। धरने पर बैठे मंजीत सिंह, सुनीता, राजन, गीता रानी, पवन कुमार, आशा रानी ने आरोप लगाया कि कम्पनी की तरफ से समय पर तनख्वाह न देने की वजह से उनके लिए अपना और परिवार का पालन-पोषण करना बेहद कठिन हो चुका है।
कम्पनी की तरफ से पिछली बार तनख्वाह देते समय 10 हजार 500 रुपए में से 2800 रुपए काट लिए गए, जिस संबंधी पूछने पर उन्हें कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेवा केन्द्रों के कर्मचारी बिना किसी छुट्टी के अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं बावजूद इसके उन्हें समय पर तनख्वाह नहीं मिल रही है। पीड़ित कर्मचारियों ने सरकार से मांग की कि उन्हें समय पर तनख्वाह देने सहित पूरी तनख्वाह मिले इसके लिए कम्पनी को कड़े निर्देश दिए जाएं। उधर कर्मचारियों द्वारा धरना लगाने की वजह से सेवा केन्द्रों पर काम करवाने के लिए पहुंची जनता को घंटों परेशान होना पड़ा।