Edited By Vatika,Updated: 01 May, 2025 03:11 PM

जिन जमीनों का रेवेन्यू रिकार्ड इकट्ठा किया जा रहा है लेकिन
लुधियाना(हितेश): गलाडा द्वारा नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना को लेकर सस्पेंस धीरे-धीरे खत्म हो रहा है, जिसके तहत बड़ा खुलासा हुआ है कि गलाडा द्वारा एक-दो नही, 21 लोकेशन मार्क की गई है। यहां बताना उचित होगा कि सरकार द्वारा अवैध कालोनियों पर रोक लगाने के साथ ही लोगों का सस्ते रेट पर प्लॉट लेकर घर बनाने का सपना पूरा करने का हवाला देते हुए पंजाब के सभी शहरों में नए अर्बन एस्टेट डिवेलप करने का फैसला किया गया है।
इस संबंध में प्रस्ताव बनाने के लिए पुड़ा के अधीन आते अर्बन डिवेलपमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जहां तक गलाडा द्वारा अपने एरिया में नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना का सवाल है, उसकी सूचना फाइनल होने से काफी देर पहले ही लीक हो गई है, जिसके चलते नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना को लेकर रियल एस्टेट सेक्टर में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है। इसमे मुख्य रूप से यह पहलु शामिल है नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना के अंतर्गत किस एरिया में कौन सी जमीन मार्क की गई है, जिसमें सबसे ज्यादा चर्चा साउथ सिटी एरिया में नहर के किनारे और लाडोवाल बाएपास के साथ लगते इलाक़े की हो रही है। लेकिन गलाडा के सूत्रों ने बड़ा खुलासा किया है कि नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना के अंतर्गत एक - दो नही, लुधियाना के विभिन्न हिस्सों में 21 लोकेशन मार्क की गई है। जिसे लेकर अगली कार्रवाई शुरू करने की रिपोर्ट बनाकर अर्बन डिवेलपमेंट विभाग को भेजे जाने की सूचना है
फ़िलहाल गूगल की ली गई है मदद, ग्राउंड सर्वे होना बाकी
नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना के अंतर्गत गलाडा द्वारा फ़िलहाल गूगल की मदद ली गई है और ग्राउंड सर्वे होना बाकी है। जानकारी के मुताबिक गलाडा के अधिकारियों दुआरा गूगल मदद से खाली पड़ी जमीन को मार्क कर दिया गया है। जिन जमीनों का रेवेन्यू रिकार्ड इकट्ठा किया जा रहा है लेकिन अभी इस प्रोजेक्ट के लिए ग्राउंड सर्वे होना बाकी है।
करोड़ों की जमीन खरीदने वालों को लगा झटका, अधर में लटके मंजूरी के आवेदन
गलाडा द्वारा बनाई जा रही नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना से सबसे ज्यादा झटका उन लोगों को लगा है, जिन्होंने मार्क किए गए एरिया में करोड़ों के हिसाब से जमीनों की खरीद की गई थी जहां उन लोगों द्वारा रिहायशी, कमर्शियल या ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट लाने की तैयारी की जा रही थी लेकिन अब नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना के मद्देनजर उन लोगों द्वारा प्रोजेक्ट की मंजूरी के लिए आनन-फानन में लगाए गए आवेदन अधर में लटक गए हैं। यहां तक कि गलाडा द्वारा नए अर्बन एस्टेट बनाने की योजना के अंतर्गत जगह मार्क करने का हवाला देते हुए नए प्रोजेक्ट को मंजूर करने की फाइल जमा करने से भी हाथ पीछे खिंचने शुरू कर दिए हैं।