Edited By Vatika,Updated: 05 Nov, 2020 03:16 PM

पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में पराली जलाए जाना निरंतर जारी है जिससे स्मॉग का कहर पिछले दिनों की तुलना में अधिक बरपने लगा है।
चंडीगढ़ः पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में पराली जलाए जाना निरंतर जारी है जिससे स्मॉग का कहर पिछले दिनों की तुलना में अधिक बरपने लगा है। दीवाली से पहले ही राज्य की हवा भी खराब होनी शुरू हो गई है, जिससे सांसों संबंधी रोग व आंखों में जलन के साथ विजिबिलिटी 500 मीटर तक रह गई है।
लॉकडॉउन के बाद पहली बार पंजाब के पटियाला में पीएम-2.5 का लेवल 311 तक पहुंच गया है जबकि जालंधर में 295, अमृतसर में 293, लुधियाना में 280 व बठिंडा में 239 तक हवा प्रदूषण का लेवल रिकार्ड हुआ।
वहीं पराली का धुंआ, फैक्टरियों का प्रदूषण हवा में बढ़ने से एयर क्वालिटी की गुणवत्ता तक बिगड़ चुकी है। 101 से लेकर 200 तक एयर क्वालिटी इंडैक्स में दिल की बीमारियों के मरीजों, बच्चों और बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत होती है।