Edited By Vatika,Updated: 04 Aug, 2025 11:06 AM

क्सियन दिलजीत सिंह ने कहा कि पावर कॉम विभाग की इंफोर्समेंट कमेटी के उच्च अधिकारियों
लुधियाना (खुराना): पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन की अग्र नगर डिविजन के चंद भ्रष्ट और रिश्वतखोर कर्मचारियों द्वारा सरकारी रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर विभिन्न इलाकों में गलत तरीके से लगाए गए बिजली के मीटरों संबंधी पावर कॉम की टीम द्वारा चेकिंग अभियान छेड़ने सहित जागरूकता अभियान चलाया गया है जिसमें पावर कॉम की इंफोर्समेंट टीम और अन्य विभागीय कर्मचारियों द्वारा संबंधित उपभोक्ताओं को कानूनी प्रक्रिया पूरी कर अपने घरों में नए सिरे से बिजली के मीटर लगवाने की अपील की जा रही है l
एक्सियन दलजीत सिंह द्वारा लोगों को बिजली कनेक्शन लेने के लिए किसी दलाल के झांसे में नहीं फंसने की अपील करते हुए पावर कॉम विभाग के फिरोजपुर रोड स्थित कार्यालय में लगे आधिकारिक काउंटर पर फीस जमा करवाकर दी गई राशि रसीद लेने के लिए जागरूक किया है l उन्होंने बताया कि विभाग के अधिकारियो एवं कर्मचारियों की विभिन्न टीमों द्वारा इलाके में उपभोक्ताओं के घरों में लगे 445 मीटरों की जांच की गई है जिसमें से 225 के करीब गलत तरीके से लगे हुए पाए गए हैं l इस मामले का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि अग्र नगर डिविजन के एक्सियन दलजीत सिंह ने कर्मचारियों द्वारा विभिन्न कॉलोनियो में लगाए गए बिजली के संदिग्ध मीटरों की रिपोर्ट अपने हाथों से तैयार की है जिसमें कर्मचारियों द्वारा लगाए गए बिजली के शकी मीटरों का आंकड़ा 400 के पार है और इसमें से 225 मीटर फर्जीवाड़े के तहत लगाए जाने की संभावना बनी हुई है जिसकी जांच एनफोर्समेंट कमेटी द्वारा युद्ध स्तर पर की जा रही है ताकि मामले की जमीनी सच्चाई आम जनता के सामने रखी जा सके l
एक्सियन दिलजीत सिंह द्वारा सभी उपभोक्ताओं को अपील की गई है कि कर्मचारियों द्वारा गैरकानूनी तरीके से लगाए गए बिजली के कनेक्शन सरेंडर करने के लिए वह खुद पावर कॉम विभाग के अधिकारियों के साथ संपर्क करें ताकि विभाग द्वारा उनके घरों में लगाए जाने वाले बिजली के प्रत्येक कनेक्शन को कानूनी जामा पहना कर मीटर लगाया जा सके l एक्सियन दिलजीत सिंह ने कहा कि पावर कॉम विभाग की इंफोर्समेंट कमेटी के उच्च अधिकारियों द्वारा अगर नगर डिवीजन के विभिन्न इलाकों में गैर कानूनी तरीके से लगाए गए बिजली के मीटरों की गहनता के साथ जांच की जा रही है जब दलजीत सिंह ने कहा कि विभाग की उच्च स्तरीय टीम द्वारा शकी तरीके से लगाए गए बिजली के मीटरों का सारा रिकॉर्ड अपने कब्जे में लेकर प्रत्येक पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है उन्होंने कहा घोटाला मामले में आरोपी पाए जाने वाले प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई होनी जरूरी है चाहे वो कोई भी क्यों ना हो दिलजीत सिंह ने कहा की असल में विभाग द्वारा बिजली के मीटर का 1 वर्क आर्डर जारी करने पर कर्मचारियों द्वारा सोची समझी साजिश के तहत 2 उपभोक्ताओं के घरों में बिजली के मीटर लगाए गए हैं जिसकी सिक्योरिटी राशि अपनी जेब में डालने के साथ ही रिकॉर्ड में भी हेराफेरी की गई है और मामला सामने आने के तुरंत बाद ही उन्होंने खुद विभाग के उच्च अधिकारियों को घोटाले की रिपोर्ट बनाकर भेजी है जिसमें पहले 300 मीटर संदिग्ध बताए जा रहे थे जबकि उनके द्वारा फिर से जांच करने पर यह आंकड़ा 425 के पास पहुंच चुका है l