Edited By Subhash Kapoor,Updated: 22 Jun, 2025 11:25 PM

विदेश भेजने के नाम पर नौजवानों से ठगी करने वालों के खिलाफ खन्ना पुलिस ने बड़े स्तर पर मुहिम शुरू की है, जिसके तहत पुलिस ने पिछले दिनों कई तथाकथित ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ केस दर्ज किए हैं। खन्ना इलाके में फर्जी ट्रैवल एजैंट जोरों पर लोगों से ठगी कर...
खन्ना : विदेश भेजने के नाम पर नौजवानों से ठगी करने वालों के खिलाफ खन्ना पुलिस ने बड़े स्तर पर मुहिम शुरू की है, जिसके तहत पुलिस ने पिछले दिनों कई तथाकथित ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ केस दर्ज किए हैं। खन्ना इलाके में फर्जी ट्रैवल एजैंट जोरों पर लोगों से ठगी कर रहे हैं। इसी तरह पिछले दिनों खन्ना इलाके में एक ट्रैवल एजैंसी के खिलाफ हजारों नौजवानों ने रोष प्रदर्शन किया था, हालांकि खन्ना पुलिस ने कई ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ केस दर्ज किए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी तथाकथित ट्रैवल एजैंट बेरोजगार नौजवानों को विदेश भेजने का नाम पर उनका आर्थिक शोषण कर रहे हैं।
इसी कड़ी के तहत कल खन्ना पुलिस ने खन्ना के ट्रैवल एजैंट गुरपाल सिंह पुत्र अजैब सिंह निवासी गुरु नानक नगर, अमलोह रोड, खन्ना, जिसके खिलाफ पहले भी खन्ना, पायल व अन्य थानों में केस दर्ज हैं, के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 420 के तहत थाना सिटी-2 खन्ना में केस दर्ज किया है। पुलिस द्वारा जारी क्राइम रिपोर्ट के अनुसार गांव बस्सी पठाना निवासी जो कि मौजूदा समय में गांव लाल कलां तहसील समराला में रह रहा है, तजिंदर सिंह ने उच्च पुलिस अधिकारियों को दिए लिखित निवेदन में गुरपाल सिंह के खिलाफ आरोप लगाया था कि उसने मुझे कनाडा भेजा था और उसके नाम पर बैंक खाते के माध्यम से उससे 4 लाख 85 हजार रुपए प्राप्त किए थे। पैसे प्राप्त करने के बावजूद उसने कई वर्षों से मुझे कनाडा नहीं भेजा, जिस पर हमें मजबूर होकर उच्च पुलिस अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज करवानी पड़ी।
तजिंदर सिंह ने बताया कि खन्ना के गणमान्य लोगों ने गुरपाल सिंह से राजीनामा भी करवा लिया था, जिसके तहत उसे एक लाख रुपए दिए गए थे और बाकी तीन लाख 85 हजार रुपए चेक में दिए गए थे। जब हमने पैसे निकलवाने के लिए चेक बैंक में लगाए तो खाते में पैसे नहीं थे और चेक बिना भुगतान के वापस आ गए। इस तरह हमारे साथ धोखाधड़ी हुई। गुरपाल सिंह ने हमसे मेरा पासपोर्ट भी ले लिया था, जो उसने गणमान्य लोगों की मौजूदगी में वापस कर दिया। जब भी हम पैसे मांगने के लिए उसके घर जाते तो वह हमारे साथ गाली-गलौज करता और पैसे देने से मना कर देता। हमारे साथ यही हुआ है। मामले की शुरुआती जांच डीएसपी हेमंत मल्होत्रा ने की थी और हमारे बयान भी एसपी हेडक्वार्टर साहिब के दफ्तर में दर्ज किए गए थे। सुनवाई के दौरान हमने डीएसपी साहिब को बताया था कि इस मामले में उनकी पत्नी और बेटी इस धोखाधड़ी में शामिल हैं और इस संबंध में सभी सबूत अधिकारियों के सामने पेश किए गए थे। इसके बावजूद सिर्फ गुरपाल सिंह के खिलाफ और सिर्फ 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है।