Edited By Vatika,Updated: 27 Dec, 2024 09:49 AM
व्यापार मंडल पटियाला, हिंदुस्तान पैट्रोल पंप यूनियन, पी. आर. टी. सी. इनटेंक यूनियन, पी.आर.टी.सी. एटैकयूनियन, डीलर्ज एसोसिएशन पंजाब आदि ने समर्थन दिया।
पटियाला/चंडीगढ़: खनौरी मोर्चे पर मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के हक में आज अलग-अलग यूनियनों, संस्थाओं की हुई मीटिंग के बाद किसान नेताओं ने ऐलान किया कि बंद की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है और 30 दिसम्बर को 7 से लेकर शाम 4 बजे तक 9 घंटे पंजाब बंद रहेगा। इस दौरान किसान ट्रेनें और बसें भी रोकेंगे।
आज खनौरी बार्डर और शंभू बार्डर में हुई मीटिंग के बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि 31वें दिन में मरणव्रत पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत बेहद नाजुक बनी हुई हैं। इस मौके पर सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि आज उनको पी.डी.ए. इम्प्लाइज यूनियन पटियाला, टी. एस.यू. सोढी ग्रुप, आशा वर्कर यूनियन शुतराना ब्लाक, लोक संग्राम मोर्चा, क्रांतिकारी ग्रामीण वर्कर यूनियन, टोल प्लाजा वर्कर यूनियन पंजाब, पब्लिक एक्शन कमेटी, काला पानी मोर्चा, पंजाब डेंटल सर्जन फ्रंट, पंजाब रोडवेज-पी.आर.टी.सी. पनबस काट्रैक्टर वर्कर्ज, पेंशनर्ज एसोसिएशन, जल सप्लाई सैनीटेशन, टैक्नीकल सर्विस यूनियन, पूर्व सैनिक सांझा मोर्चा, पंजाब नंबरदार यूनियन पंजाब, पंजाब रोडवेज पनबस स्टेट ट्रांसपोर्ट वर्कर यूनियन, आई.टी. आई. बिजली मुलाजिम एकता मंच पंजाब, दोधी डेयरी यूनियन पंजाब, चीफ पैटर्न नंबरदार यूनियन, इम्प्लाइज फैडरेशन पंजाब, बिना तजुर्बा संघर्ष कमेटी 29519, व्यापार मंडल पटियाला, हिंदुस्तान पैट्रोल पंप यूनियन, पी. आर. टी. सी. इनटेंकयूनियन, पी.आर.टी.सी. एटैकयूनियन, डीलर्ज एसोसिएशन पंजाब आदि ने समर्थन दिया।
डल्लेवाल ने कल शाम से नहीं पिया पानी, हालत गंभीर
उधर मरणव्रत पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत बेहद खराब हो चुकी है। डल्लेवाल ने कल शाम से पानी नहीं पिया क्योंकि अंदर हुई कमजोरी के कारण उनकी रोगों के साथ लड़ने की शक्ति खत्म हो गई है। उनको पानी का घूंट पीते ही उल्टी आ जाती है। उनके हाथ भी पीले नजर आ रहे है और शरीर बेहद कमजोर हो चुका है। आज डाक्टर इस बात को लेकर बेहद चिंतित रहे हैं परन्तु डल्लेवाल ने मरणव्रत को त्यागने से इंकार कर दिया है। उधर आज पूरे देश में मरणव्रत पर बैठे जगजीत सिंह डल्लेवाल के हक में अलग-अलग राज्यों में जिला स्तर पर भूख हड़ताले की गईं और रोष प्रदर्शन हुए।