Edited By Mohit,Updated: 20 Jan, 2020 05:43 PM
अकाली दल बादल सिद्धांतों की पार्टी थी, परंतु वह अब अपने सिद्धांतों से भटक चुकी है, इसके.............
संगत मंडी (मनजीत): अकाली दल बादल सिद्धांतों की पार्टी थी, परंतु वह अब अपने सिद्धांतों से भटक चुकी है, इसके लिए पार्टी छोड़ी। इन विचारों का प्रगटावा पार्टी छोड़कर पूर्व कोषाध्यक्ष परमिंद्र सिंह ढींडसा ने गांव नंदगढ़ में तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ के भाई तेजा सिंह नंदगढ़ की पत्नी मुख्तियार कौर के देहांत उपरांत अफसोस करने के बाद पत्रकार वार्ता में कहे।
उन्होंने कहा कि उनके पिता सुखदेव सिंह ढींडसा द्वारा पार्टी में होते गलत फैसलों पर कई बार इतराज किया, परंतु उनकी बात नहीं सुनी गई। जिस कारण उन्होंने पार्टी से अलग होना ही सही समझा, अकाली दल बादल का भविष्य उसकी सोच से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब पार्टी अपने उद्ेश्य से भटक जाए फिर सिर्फ कहने को ही पार्टी रह जाती है। वह पार्टी के शुभ चिंतकों के पास जाकर अपनी बात रखेंगे व उनको अपने साथ चलने के लिए कहेंगे।
उन्होंने बताया कि आज भी अकाली दल के बहुत वालंटियर उनके साथ है जब उनसे नवजोत सिंधू, बैंस भाई व खहरा से मिलकर काम करने बारे पूछा तो उन्होंने कहा कि उनकी सोच के साथ इतफाक रखने वाले हर व्यक्ति का वह स्वागत करते है वह जब मर्जी आकर उनके साथ चल सकते है। इस मौके पर दस्तार फैडरैशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रगट सिंह भोडीपुरा, एस.पी शिवराज सिंह नंदगढ, संता सिंह चेहल थराज, दविंद्र सिंह राणा, खेतीबाड़ी अफसर बलजिंद्र सिंह बराड़, हरचरण सिंह नंदगढ व पंच भिंद्र सिंह मौजूद थे।