Edited By Subhash Kapoor,Updated: 30 Nov, 2025 07:01 PM

गांव मौड़ कलां में चिट्टे की लगातार हो रही बिक्री से तंग आकर एक व्यक्ति ने आज गांव की कई दीवारों पर ‘इधर, चिट्टा सरेआम मिलता हैं’ लिख दिया, जिससे पूरे दिन गांव में अफरा-तफरी मची रही। सुबह जब इसकी खबर पुलिस प्रशासन को मिली तो वे इस लिखावट को मिटाने...
मौड़ मंडी (प्रवीन): गांव मौड़ कलां में चिट्टे की लगातार हो रही बिक्री से तंग आकर एक व्यक्ति ने आज गांव की कई दीवारों पर ‘इधर, चिट्टा सरेआम मिलता हैं’ लिख दिया, जिससे पूरे दिन गांव में अफरा-तफरी मची रही। सुबह जब इसकी खबर पुलिस प्रशासन को मिली तो वे इस लिखावट को मिटाने के लिए दौड़ते दिखे। इस मौके पर गांव वालों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। आज जैसे ही पुलिस प्रशासन को इस लिखावट की जानकारी मिली तो कई पुलिसकर्मी इसे मिटाने के लिए मौके पर पहुंचे, लेकिन गांववालों के विरोध के कारण पुलिसकर्मियों को वापस लौटना पड़ा। कुछ देर बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और इस लिखावट को साफ किया।
गांव वालों ने आरोप लगाया कि गांव में चिट्टे का धंधा लंबे समय से चल रहा है। जिसके चलते गांव के कई युवा चिट्टे का टीका लगवाकर भगवान को प्यारे हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर कोई व्यक्ति पुलिस प्रशासन को नशा तस्करों के बारे में जानकारी देता है, तो पुलिस प्रशासन उसे अपने साथ चलने और नशा तस्कर का घर बताने के लिए कहता है। अपनी पहचान उजागर होने और नशा तस्करों से दुश्मनी के डर से, गांव के लोग अब पुलिस को गोपनीय जानकारी देने से कतरा रहे हैं। इस मौके पर बड़ी संख्या में गांव की महिलाओं ने भी अपनी व्यथा सुनाई, जिनके परिवार नशे का शिकार हो चुके हैं। गांववालों ने प्रशासन से मांग की कि गांव मौर कलां में चल रही नशा तस्करी पर सख्ती से रोक लगाई जाए, ताकि गांव की युवा पीढ़ी को मौत के मुंह में जाने से बचाया जा सके।