Edited By Urmila,Updated: 20 Aug, 2025 02:56 PM

सरहदी ज़िला फिरोज़पुर के लोगों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। केंद्र सरकार ने फिरोज़पुरवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत करने का ऐलान कर दिया है।
जलालाबाद (टीनू, सुमित) : सरहदी ज़िला फिरोज़पुर के लोगों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। केंद्र सरकार ने फिरोज़पुरवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत करने का ऐलान कर दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने कुछ महीने पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात के दौरान फिरोज़पुर से नई दिल्ली तक वंदे भारत ट्रेन चलाने की मांग की थी। खुशी की बात है कि केंद्र सरकार ने इसे मंज़ूर कर लिया है और यह सेवा आज 21 अगस्त से शुरू हो रही है।
राणा सोढ़ी ने बताया कि नई सेवा के अनुसार वंदे भारत ट्रेन सुबह 7:55 बजे फिरोज़पुर से रवाना होगी और दोपहर 2:30 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। वापसी यात्रा का समय शाम 4:00 बजे दिल्ली से रवाना होकर रात 10:30 बजे फिरोज़पुर पहुंचना तय किया गया है। यह ट्रेन फिरोज़पुर से दिल्ली तक फरीदकोट, बठिंडा, मानसा, बुढ़लाडा, जींद और रोहतक होते हुए चलेगी। यह रूट न केवल फिरोज़पुर बल्कि पूरे मालवा क्षेत्र और हरियाणा के कई ज़िलों के लिए भी सुविधाजनक साबित होगा।
उन्होंने कहा कि अब तक फिरोज़पुर और आसपास के इलाकों के लोगों को दिल्ली जाने के लिए ज़्यादा समय लगता था और उन्हें पहले लुधियाना या बठिंडा होकर दूसरी ट्रेनों पर निर्भर रहना पड़ता था। लेकिन वंदे भारत ट्रेन शुरू होने से न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि लोगों को आधुनिक, तेज़ और आरामदायक सफ़र की सुविधा भी मिलेगी।
सोढ़ी ने यह भी बताया कि पहले मांग की गई थी कि ट्रेन का रूट फिरोज़पुर से आगे फाज़िल्का तक बढ़ाया जाए, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से यह तुरंत संभव नहीं हो सका। हालांकि केंद्र सरकार ने इस संबंध में सकारात्मक संकेत दिए हैं और उम्मीद है कि जल्द ही वंदे भारत का रूट फाज़िल्का तक बढ़ा दिया जाएगा।
फिरोज़पुर, फरीदकोट और बठिंडा सहित पूरे क्षेत्र में इस फैसले को लेकर खुशी का माहौल है। व्यापारी वर्ग, विद्यार्थी, सरकारी नौकरियों के लिए आने-जाने वाले कर्मचारी और दिल्ली में रहने वाले पंजाबी परिवार सभी ने इसे "ऐतिहासिक कदम" बताया है।
लोगों का कहना है कि इस नए फैसले से न केवल यात्रा सुविधाएं सुधरेंगी बल्कि क्षेत्र में आर्थिक, व्यापारिक और शैक्षिक गतिविधियों को भी बड़ा बढ़ावा मिलेगा। विद्यार्थी अब आसानी से दिल्ली विश्वविद्यालय और अन्य शिक्षा केंद्रों तक तेज़ी से पहुंच सकेंगे। व्यापारियों के लिए माल लाने-ले जाने की संभावनाएं बढ़ेंगी और सैलानियों को भी लाभ होगा।
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