Edited By Urmila,Updated: 07 May, 2025 11:39 AM

पंजाब की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी द्वारा बठिंडा नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर अशोक कुमार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था।
जालंधर (चोपड़ा): पंजाब प्रदेश कांग्रेस अनुशासन कमेटी के चेयरमैन और पूर्व कैबिनेट मंत्री अवतार हैनरी ने बठिंडा नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर अशोक कुमार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर मतदान करने या मतदान से दूरी बनाने वाले कांग्रेस पार्षदों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। हैनरी ने इस सिलसिले में कांग्रेस के 13 पार्षदों को पार्टी अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन पार्षदों ने न सिर्फ पार्टी के निर्देशों की अवहेलना की, बल्कि कांग्रेस की प्रतिष्ठा और संगठनात्मक एकता को भी गहरा आघात पहुंचाया है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी द्वारा बठिंडा नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर अशोक कुमार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस पर हुई वोटिंग के दौरान कांग्रेस के कई पार्षदों ने या तो प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया या फिर मतदान से अनुपस्थित रहकर पार्टी के फैसले के खिलाफ रवैया अपनाया।
अवतार हैनरी ने नोटिस जारी करते हुए कहा कि वोटिंग के दौरान जिन कांग्रेस पार्षदों ने सीधे तौर पर पार्टी विरोध में मतदान किया, उनमें सुरेश कुमार, शाम लाल गर्ग, कमलजीत कौर, नेहा, ममता सैनी, पुष्पा रानी, कुलविंदर कौर और कमलेश मेहरा शामिल हैं। वहीं मतदान से जानबूझकर दूरी बनाकर निष्क्रियता दिखाने वाले पार्षदों में बलराज सिंह पक्का, प्रवीण गर्ग, पवन मनी, जसवीर सिंह जस्सा और मंजीत कौर के नाम सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब इन पार्षदों ने पार्टी के निर्देशों की अनदेखी की है। कुछ महीने पहले जब बठिंडा नगर निगम के मेयर पद के लिए चुनाव हुआ था, तब भी इन पार्षदों ने पार्टी उम्मीदवार को वोट नहीं दिया था। उस वक्त भी इन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया था, जिसका इन्होंने जवाब देकर मामला शांत कर दिया था।
हैनरी ने कहा कि अब एक बार फिर इन्होंने पार्टी के खिलाफ जाकर वोटिंग कर यह साबित कर दिया है कि उनका झुकाव पार्टी के अनुशासन और संगठन के बजाय व्यक्तिगत या विपक्षी ताकतों की ओर है। अब पार्टी हाईकमान ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और अनुशासन कमेटी ने सभी 13 पार्षदों को नोटिस भेजकर 3 दिन के भीतर जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि यदि तय समय सीमा के भीतर संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो इनके खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। हैनरी ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी में अनुशासन सर्वोपरि है। पार्टी को कमजोर करने या पार्टी की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाली किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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