Edited By Kamini,Updated: 07 Jan, 2025 12:24 PM
हमारे पंजाब के किसानों की यह बहुत बड़ी त्रासदी रही है कि फसल का सही दाम न मिलने के कारण किसान कभी अपनी फसल सड़कों पर फेंकने को मजबूर हो जाता है तो कभी पकी हुई फसल को जोतने से भी थक जाता है।
पंजाब डेस्क : हमारे पंजाब के किसानों की यह बहुत बड़ी त्रासदी रही है कि फसल का सही दाम न मिलने के कारण किसान कभी अपनी फसल सड़कों पर फेंकने को मजबूर हो जाता है तो कभी पकी हुई फसल को जोतने से भी थक जाता है। जिसके कारण किसान आत्महत्या की राह पर चलने को मजबूर हो जाता है। भीषण ठंड और हाल ही में हुई बारिश के कारण गोभी की फसल को कम कीमतों का नुकसान हो रहा है। देखा जाए तो सर्दी शुरू होते ही गोभी के दाम आसमान छू रहे थे, लेकिन अब बारिश ने गोभी के दाम कम कर दिए हैं, जिसके कारण गोभी बेकार हो गई है और दाम कम होने के कारण किसान मजबूरन गोभी की फसल बुआई को मजबूर है।
पिछले दिनों जहां ऑफ-सीजन गोभी की कीमत आसमान छू रही थी, वहीं किसानों ने गोभी बेचकर कमाई की थी। अब मौसमी गोभी की कीमत में गिरावट के कारण मंडियों में गोभी की अनादर हो रहा है। इस कारण सरहदी गांव दौरांगली के कई गांवों में गोभी उत्पादक सीधे बाजारों में ही गोभी बेचने को मजबूर हैं। इस संबंध में, ब्लॉक दौरांगला क्षेत्र में युवा किसान अपने ट्रैक्टरों के माध्यम से 20 रुपये में डेढ़ किलो गोभी बेच रहे हैं।
बता दें इससे पहले गोभी की कीमत 35-40 रुपए थे। मंडियों में 3 से 4 रुपये प्रति किलो खरीदी जाने वाली गोभी को दुकानदार 20 रुपये किलो में बेच रहे हैं। किसान अमनदीप ने बताया कि गोभी की रोपाई के समय प्रति पौधा 80 पैसे खरीदने पर उन्हें प्रति किलो गोभी का बीज 18,000 रुपये, 6,000 रुपये यूरिया और डाया खाद, 4,000 रुपये सिंचाई और 6,000 रुपये अलग-अलग समय में मजदूरों से मिले एकड़ खर्च हो गया।
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