Edited By vasudha,Updated: 12 Apr, 2025 01:33 PM

लाटरी स्कैंडल : जाली टिकटों पर ईनाम लेने पहुंचा आरोपी काबू
लुधियाना: नागालैंड सहित अन्य राज्यों की लाटरी की बिक्री पूरे देश में होती है। विजेता का नंबर निकलने पर वह लाटरी का ईनाम लेता है, जिसमें पहला ईनाम 1 करोड़ रुपये, दूसरा 9,000 रुपए, तीसरा 450 रुपए, चौथा 250 जबकि 5वां पुरस्कार 120 रुपए है। परंतु 9 अप्रैल को एक लाटरी की एक ही नंबर की 2 टिकटें लाटरी स्टॅाकिस्ट के पास पहुंची। इनमें से सही ओर वैध ढंग से लाटरी खरीदकर विजेता बने व्यक्ति ने लाटरी के ईनाम की राशि हासिल कर ली परंतु एक आरोपी डुप्लीकेट टिकट लेकर लॉटरी स्टॉकिस्ट के पास पहुंचा और ईनाम राशि की मांग करने लगा तो स्टॉकिस्ट हैरान हुआ तथा मामले की जानकारी लाटरी एजैंसी व थाना कोतवाली की पुलिस को दी।
जाली टिकट पर क्लेम करने वाले आरोपी की पहचान फजले निवासी प्रेम विहार, घोड़ा कालोनी गाजियाबाद के रूप में हुई है जिसे पुलिस ने गिरफ्प्तार कर लिया है। शिकायतकर्त्ताशाम सुंदर भनोट ने बताया कि उसकी मिनर्वा मार्कीट में दुकान है। वह लाटरी का स्टॉकिस्ट है जिसके अंतर्गत 350 से अधिक कर्मचारी वैध रूप से लाटरी की बिक्री लुधियाना सहित पंजाब के विभिन्न शहरों में करते हैं। 8 अप्रैल को फजले नामक एक व्यक्ति उसकी दुकान पर आया जिसने 6 रुपए की कीमत की नागालैंड की ईनामी 5 टिकटें उसे दीं। प्रत्येक टिकट पर 9 हजार का ईनाम निकला था। लाटरी देने वाले व्यक्ति को भनोट ने पहचान लिया जो कि मोगा में भी डुप्लीकेट लाटरी का क्लेम कर चुका था। जिसके बाद उसने थाना कोतवाली व लाटरी एजैंसी के प्रबंधकों को जानकारी दी। शाम सुंदर भनोट ने बताया कि करीब एक वर्ष से डुप्लीकेट लाटरी की अवैध प्रिंट करवा कर क्लेम करने वाला गैंग सक्रिय है जो कई शहरों में वारदातों को अंजाम दे चुका है। सिर्फ लुधियाना व पंजाब के कुछ शहरों की बात करें तो यह गैंग डुप्लीकेट प्रिंट लाटरी के जरिए 30-40 लाख रुपए क्लेम कर लूट चुका है।
पहले मोगा में पकड़ा गया था आरोपी
शाम सुंदर भनोट ने बताया कि जनवरी महीने में आरोपी फजले को मोगा में काबू किया गया था जब सवा 2 लाख रुपए की डुप्लीकेट लाटरी लेकर ईनाम की राशि लेने दुकानदार के पास पहुंचा। मोगा के शिवम लाटरी के मालिक शिवम ने उनसे संपर्क साधा तो पता चला कि वह पहले ही इस नंबर की लाटरी की ईनाम की राशि एक व्यक्ति को दे चुका है जिसने उसकी दुकान से ही लाटरी खरीदी थी। उस वक्त आरोपी फजले उनके पहुंचने से पहले ही वहां से फरार हो गया था।
गैंग में संलिप्त हैं 10-12 आरोपी
शाम सुंदर भनोट ने बताया कि नागालैंड लाटरी की ईनामी टिकट का यह गैंग देशभर में सक्रिय है जिसे 10-12 पेशेवर आरोपी संचालित कर रहे हैं। उक्त लोग लाटरी का ईनाम घोषित होने के बाद उसी नंबर की दूसरी लाटरी प्रिंट करवाकर उसे मार्कीट में क्लेम करने के लिए भेज देते हैं। सूत्रों के अनुसार एक ही लाटरी के नंबर के 2 प्रिंट का होना बड़े घोटाले की ओर इशारा करता है जिसमें कई बड़े मगरमच्छों की संलिप्तता हो सकती है। शाम सुंदर भनोट ने बताया कि नागालैंड की जो लाटरी टिकट उसे आरोपी फजले से मिली, उसका कागज भी असली टिकट जैसा ही है। प्रिटिंग भी बिल्कुल उसी प्रकार की थी जबकि लाटरी की टिकटों की छपाई जहां होती है, वह सरकार के अधीन आती है।
आरोपी 4 दिन के पुलिस रिमांड पर जांच
अधिकारी सुलक्खन सिंह से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी फजले के खिलाफ धोखाधड़ी व लाटरी एक्ट के अधीन केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपी से अवैध रूप से प्रिंट करवाई करीब 10 डुप्लीकेट टिकटें बरामद की हैं। पुलिस ने आरोपी को अदालत समक्ष पेश कर 4 दिन का रमांड हासिल किया है।