Edited By Vatika,Updated: 02 Jan, 2025 11:41 AM
सुमरथन को आरोपियों के चुंगल से छुड़वा लिया था।
अमृतसर: श्रीलंका से आए दो लोगों को कार में बिठाकर अलबेनिया देश में वर्क परमिट से भेजने का झांसा देकर उन्हें अगवा कर 3000 अमेरिकन डॉलर छीनने के बाद जान से मारने की धमकी देकर उनको अन्य साथियों से इसकी एवंज में 8000 यूरो मांगने के मामले को पुलिस ने 24 घंटों में सुलझा लिया है। पुलिस ने मामले में तुरंत ही संज्ञान लेते हुए तत्वरित्त कारवाई करके अगुवा हुए श्रीलंका की एक लड़की कनिष्का व लड़का सुमरथन को आरोपियों के चुंगल से छुड़वा लिया था।
इसके कुछ ही घंटों उपरांत थाना ए डिविजन की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए श्रीलंका के दोनों नागरिकों को अगुवा करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान 22 वर्षीय अंकित निवासी गांव लिटंन डाकखाना रामगढ़ कपूरथला तथा 23 वर्षीय इंद्रजीत सिंह निवासी गांव चंदपुर थाना पतारा जालंधर देहाती के तौर पर हुई है। पुलिस को इनके एक अन्य साथी की तलाश है, जोकि जिला गुरदासपुर का रहने वाला है। इसको भी पुलिस ने जल्द ही गिरफ्तार कर लेने का दावा किया है। पुलिस ने आरोपियों के द्वारा वारदात के दौरान प्रयोग की गई कार को भी बरामद कर लिया है। ये सारा आप्रेशन पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के निदेशों पर चलाया गया। इस दौरान अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। इसमें थाना ए डिविजन के अधीन आती पुलिस चौकी बस स्टैंड के इंचार्ज कपिल शर्मा की काफी अहम भूमिका रही।
क्या था मामला
पुलिस को दी गई शिकायत में श्रीलंका बैटीकैलो निवासी नीलजीबन ने बताया था कि वो अपने पांच दोस्तों जौहन, कारबीका, ललिब प्रियंथा, कनिष्का व सुमरथन के साथ भारत घूमने के लिए आए थे। इस दौरान उन्हें दिल्ली में एक श्रीलंका निवासी असीथा लड़का मिला, जिसने कहा कि वो उनका अलबेनिया देश का वर्क परमिट लगवा देगा। इसका संपर्क उक्त दोनों आरोपियों से था।
इसके बाद उक्त दोनों आरोपियों ने उन्हें अमृतसर बस स्टैंड पर बुलवाया। इसके बाद जब वो बस स्टैंड पंहुचे तो फिर उक्त आरोपी बस अड्डे पर कार से पहुंचे और उक्त दोनों व्यक्तियों ने उन सभी पांचों के पासपोर्ट वीजा लगवाने के लिए अपने पास रख लिए। इसके बाद दोनों आरोपियों ने उन्हें 29 दिसंबर को फिर से अमृतसर बस स्टैंड बुलाया और फिर आरोपी रात के 10:25 बजे एक स्विफट कार में आए और उनके दो साथियों कनिष्का व सुमरधन को गाड़ी में बिठा कर ले गए। उन्होंने बताया कि इसके एक दिन बाद 30 दिसंबर को उन्हें वीडियो काल आई कि आपके दोस्तों से 3000 यू.एस डॉलर ले लिए है और अब 3 घंटे के भीतर 8000 यूरो की और डिमांड की।
आरोपियों ने धमकी देते हुए कहा कि अगर 8000 यूरो नहीं भेजे तो आपके दोनों दोस्तों को जान से मार देंगे। पुलिस ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया और शिकायत मिलने के 3 घंटे के भीतर ही अगवा हुए दोनों श्रीलंका के नागरिकों को आरोपियों के चुंगल से छुड़वा लिया था। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि मामले की आगे तफतीश की जा सके। पुलिस ने बताया कि गिरफतार किए गए आरोपी इंद्रजीत सिंह के विरुद्ध पहले से ही जालंधर, जालंधर देहाती व फगवाड़ा के थानों में एन.डी.पी.एस एक्ट के अधीन 3 मामले दर्ज हैं।