भारतीय कबड्डी खिलाड़ियों से आज वापस आने के बाद होगी पूछताछ

Edited By Sunita sarangal,Updated: 16 Feb, 2020 11:32 AM

indian kabaddi players will be questioned after coming back today

एमच्योर कबड्डी फैडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अवकाश प्राप्त जस्टिस एस.पी. गर्ग द्वारा पाकिस्तान कबड्डी फैडरेशन के महासचिव को पत्र लिखकर भारतीय कबड्डी खिलाड़ियों के....

बठिंडा(विजय): एमच्योर कबड्डी फैडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अवकाश प्राप्त जस्टिस एस.पी. गर्ग द्वारा पाकिस्तान कबड्डी फैडरेशन के महासचिव को पत्र लिखकर भारतीय कबड्डी खिलाड़ियों के मैच खेलने पर रोक लगाने की गुहार लगाई गई। अपने पत्र में उन्होंने लिखा कि विभिन्न स्रोतों अखबारों, सोशल मीडिया, इलैक्ट्रॉनिक मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में कबड्डी वर्ल्ड कप 9 से 16 फरवरी तक करवाया जा रहा है, जिसमें विश्व के 10 देश हिस्सा ले रहे हैं। कुछ भारतीय खिलाड़ी भी निजी तौर पर कबड्डी मैच खेलने गए हैं, जिन्होंने अपनी वर्दियों पर ’इंडिया’ लिखा हुआ है जिस पर भारत को आपत्ति है। अगर भारत विधिवत तौर पर टीम को भेजता तो उसे मान्यता दी जा सकती थी लेकिन खिलाड़ियों का यह निजी दौरा है। अगर एमच्योर कबड्डी फैडरेशन ऑफ इंडिया टीम भेजता तो वर्दी पर ’कबड्डी वर्ल्ड कप’ अंकित होना था लेकिन वह नहीं है।

PunjabKesari

फैडरेशन ने किसी भी टीम या खिलाड़ी को पाकिस्तान जाने की इजाजत नहीं दी। पाकिस्तान की ओर से फैडरेशन को कबड्डी वर्ल्ड कप संबंधी कोई भी पत्र प्राप्त नहीं हुआ। फैडरेशन वहां गए खिलाड़ियों व पाकिस्तान में हो रहे कबड्डी मैचों से पूरी तरह अनभिज्ञ है और न ही इसका समर्थन करता है। वहां गए खिलाड़ियों संबंधी केन्द्र सरकार तथा संबंधित विभाग खेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय व विदेश मंत्रालय तक को भी जानकारी नहीं है। जो खिलाड़ी गए हैं वे अपने स्वार्थ के लिए गए हैं, इसलिए पाकिस्तान सरकार इनको मैच खेलने की इजाजत न दे। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें कोई भी सरकारी दस्तावेज पाकिस्तान जाने के लिए मुहैया नहीं करवाए हैं। 16 फरवरी को वापस आने के बाद ही इन खिलाड़ियों से पूछताछ की जाएगी।

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!