Edited By Kalash,Updated: 11 Oct, 2023 01:29 PM

पी.जी.आई. के नेहरू अस्पताल में आग लगने की घटना के बाद जहां इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं
चंडीगढ़ : पी.जी.आई. के नेहरू अस्पताल में आग लगने की घटना के बाद जहां इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं इलेक्टिव सर्जरियों को बंद कर दिया गया है। पी.जी.आई. के डायरेक्टर डॉ. विवेक लाल के अनुसार फिलहाल इलेक्टिव सर्जरियों को बंद कर दिया गया है। यह फैसला एयर कंडीशनर से निकलने वाले धुएं के कारण लिया गया है। हालांकि गत दोपहर तक धुआं हट गया था पर सावधानी के तौर पर इन्हें बंद किया गया है। उन्होंने कहा कि वह किसी तरह को जोखिम नहीं लेना चाहते।
आग लगने के बाद दूसरी जगह शिफ्ट किए गए मरीजों को नेहरू अस्पताल और नेहरू अस्पताल एक्सटेंशन ब्लॉक के दो अलग-अलग क्षेत्रों में रखा गया है। हादसे के समय आस-पास के वार्डों और वार्डों में भर्ती मरीजों को भी संबंधित वार्डों या आई.सी.यू. में शिफ्ट कर दिया गया क्योंकि धुआं आस-पास के वार्डों में फैल गया। घटना के 60 मिनट के अंदर निकासी की गई और मरीजों या स्टाफ को जानी नुक्सान नहीं हुआ। 12.30 बजे के बाद 2 मरीजों के इलाज संबंधी सेवाएं पूरी तरह शुरु हो गई। इस समय पी.जी.आई. के अन्य क्षेत्रों, एडवांस्ड ट्रॉमा सेंटर और नेहरू अस्पताल एक्सटेंशन और ओ.टी. के अस्थायी प्रबंध किए गए हैं।
5 करोड़ रुपए का नुकसान
डायरेक्टर डॉ. विवेक लाल के साथ ही एम.एम. व अन्य सीनियर अधिकारी देर रात तक मौके पर मौजूद रहे। चंडीगढ़ फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया है। फायर सेफ्टी संबंधी जांच की जा रही है। देर रात भी एस.एस.पी., डी.सी., सी.एफ.एस.एल. की टीम भी मौजूद रही। बताया जा रहा है कि हादसे के समय मरीज, उनके अटेंडेंट, डॉक्टर और स्टाफ सहित करीब 2 हजार लोग मौजूद थे। हालांकि इस हादसे में किसी बड़े उपकरण का कोई नुक्सान नहीं हुआ पर छतें, वार्ड, ढांचे और बैड आदि का नु्क्सान हुआ है। नुक्सान संबंधी ऑडिट करवाया जा रहा है पर कहा जा रहा है कि 5 से 6 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
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