Edited By Vatika,Updated: 18 Jan, 2025 12:40 PM
जाब सरकार ने स्वास्थ्य संस्थाओं को एच.एम.पी.वी. वायरस के संबंध में अभी भी समय रहते
अमृतसर(दलजीत): पंजाब सरकार ने स्वास्थ्य संस्थाओं को एच.एम.पी.वी. वायरस के संबंध में अभी भी समय रहते सतर्क रहने के आदेश जारी किए हैं। सरकार के निर्देशों के बाद सरकारी मैडिकल कॉलेज अमृतसर द्वारा संचालित गुरु नानक देव अस्पताल में 200 बिस्तरों का आइसोलेशन वार्ड स्थापित किया गया है और हर आपात स्थिति से निपटने के लिए 50 से अधिक वैंटिलेटर लगाए गए हैं। इसके अलावा वरिष्ठ व जूनियर डॉक्टरों के साथ-साथ कर्मचारियों को भविष्य में हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के आदेश जारी किए गए हैं। हालांकि पंजाब में अभी तक उक्त वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर अधिकारियों को सतर्क रहने का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार, ह्यूमन मेटान्यूमोनिया वायरस (एच.एम.पी.वी.) श्वसन रोग से जुड़ा है। चीन में पैर पसारने के बाद इस वायरस के कुछ मामले भारत में भी सामने आए हैं। यह वायरस कोविड-19 के समान है क्योंकि इसके लक्षण कोविड के लगभग समान हैं। हालांकि भारत में अभी तक इस वायरस से कोई खतरा नहीं है, लेकिन चीन में इस वायरस के मामले सामने आने के बाद अमृतसर वासियों में काफी दहशत है। अमृतसर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा होने के कारण लोग इस वायरस को लेकर दुविधा में हैं। कहा जा रहा है कि यह वायरस कोई नया खोजा गया वायरस नहीं है। अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के अनुसार इसे सबसे पहले 2001 में खोजा गया था। बंगलौर व भारत के कुछ अन्य स्थानों में भी इसके मामले सामने आए हैं तथा छोटे बच्चे भी इस वायरस से प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा एक-दो राज्यों ने भी इस वायरस को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं और अब पंजाब सरकार ने भी दिशा-निर्देश जारी करते हुए राज्य निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है।
पंजाब में कोरोना वायरस का पहला मामला अमृतसर में ही सामने आया था। हालांकि पंजाब के नवांशहर से एक मरीज को कोरोना का मामला बताया गया था, लेकिन उसे अमृतसर में भर्ती किया और उसका टैस्ट भी किया गया। यही वजह है कि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा होने के कारण लोग ज्यादा डरे हुए हैं। उधर, गुरु नानक देव अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटैंडैंट डा. कर्मजीत सिंह ने बताया कि सरकार के निर्देशों के बाद 200 बैड का विशेष आइसोलेशन वार्ड स्थापित कर दिया गया है व वेंटिलेटर के लिए पंजाब से और बैड मंगवाए गए हैं। इसके अलावा मैडिसिन चेस्ट व अन्य श्रेणियों के वरिष्ठ व कनिष्ठ डॉक्टरों के अलावा कर्मचारियों को हर समय अलर्ट रहने के आदेश जारी किए गए हैं। डा. करमजीत ने कहा कि हालांकि अमृतसर और पंजाब में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन गुरु नानक देव अस्पताल प्रशासन ने अभी समय रहते तैयारियां पूरी कर ली हैं। अस्पताल में वरिष्ठ और कनिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ नियमित बैठकें भी की जा रही हैं। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, कोरोना की तरह ही इस वायरस से भी सतर्कता बरतकर निपटा जा सकता है।
एच.एम.पी.वी. के लक्षण क्या हैं?
इंडियन मैडिकल एसोसिएशन के टी.बी. नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी और प्रसिद्ध छाती रोग विशेषज्ञ डा. नरेश चावला ने बताया कि यह वायरस छोटे बच्चों और बुजुर्गों को अपनी गिरफ्त में लेता है, खास तौर पर कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को। ऐसे में खांसी, बुखार, नाक बंद होना, सांस लेने में कठिनाई के लक्षणों में बीमार महसूस करना, थका हुआ महसूस करना, गले में खराश होना, शरीर पर लाल निशान होना आदि शामिल हैं। इस वायरस की खास बात यह है कि यह श्वसन तंत्र के माध्यम से दो लोगों के बीच तेजी से फैलता है, साथ ही लोगों के संपर्क से भी फैलता है जैसे हाथ मिलाना या वायरस से दूषित किसी चीज को छूना।
एंटीबायटिक्स को डॉक्टर की सलाह के बिना न लें...
इंडियन मैडिकल एसोसिएशन के सदस्य डा. रजनीश शर्मा ने कहा कि यह वायरस कुछ दिनों में खत्म हो जाता है, लेकिन लोगों को इस वायरस से घबराना नहीं चाहिए और बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी एंटीबायोटिक दवा का सेवन नहीं करना चाहिए। अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखना चाहिए तथा भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। बीमार व्यक्ति को मास्क पहनना चाहिए। बार-बार हाथ धोना चाहिए, घर का बना खाना खाना चाहिए, बाहर का खाना खाने से बचना चाहिए तथा जुकाम के रोगियों को गर्म पानी से भाप लेना चाहिए। लोगों को भी जागरूक होना चाहिए और रोकथाम पर ध्यान देना चाहिए।
गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीज रहें सावधान
सरकारी टी.बी. अस्पताल के पूर्व प्रमुख डा. नवीन पांधी ने बताया कि शूगर, फेफड़े की बीमारी व अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को उक्त वायरस से सावधान रहना चाहिए। यह वायरस कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अपनी जद में लेता है, हालांकि पंजाब में इसका असर नहीं हुआ है और अमृतसर के अलावा भारत में इसको लेकर कोई घबराहट नहीं है, लेकिन लोगों को जागरूक रहना चाहिए और समय-समय पर भारत सरकार द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना चाहिए। लोगों को किसी भी प्रकार की शंका होने पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवा लेनी चाहिए तथा अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण चीजों का उपयोग करना चाहिए। वहीं सरकारी मैडिकल कॉलेज के अंतर्गत संचालित वी.डी.आर. प्रयोगशाला भी उक्त वायरस की जांच के लिए तैयार हो गई है। कोरोना के बाद आए एच.एम.पी वायरस को लेकर स्वास्थ्य सेवाएं अलर्ट गुरु नानक देव अस्पताल में 200 बेड का विशेष आइसोलेशन वार्ड तैयार, पंजाब से और वेंटिलेटर मंगवाए हैं।