Edited By Kalash,Updated: 09 Jul, 2025 01:14 PM

विभिन्न विभागों की टीमों ने नांवों के जरिए मोर्चा संभालते हुए लोगों को बचाया।
जालंधर (पुनीत): संभावित बाढ़ की स्थिति में प्रभावी ढंग से निपटने हेतु जिला प्रशासन द्वारा भारतीय सेना के सहयोग से पानी में मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस दौरान हैलीकॉप्टर से पहुंची राहत टीमों ने कौशल का प्रदर्शन किया, वहीं विभिन्न विभागों की टीमों ने नांवों के जरिए मोर्चा संभालते हुए लोगों को बचाया। अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ व आपातकालीन परिस्थिति में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करने के मद्देनजर हुई इस मॉक ड्रिल का आयोजन सतलुज नदी के किनारे स्थित गांव तलवंडी कलां में किया गया। इस सुरक्षा अभ्यास की अगुवाई ब्रिगेडियर एस. चटर्जी वाई.एस.एम., कमांडर द्वारा की गई।
डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि इस बाढ़ सुरक्षा अभ्यास का उद्देश्य तैयारियों का आकलन करना व इससे जुड़े सभी विभागों के बीच बेहतर तालमेल बनाना है। इस प्रकार के अभ्यास न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से जरूरी होते हैं, बल्कि आम जनता को भी संभावित खतरों के प्रति सतर्क करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
अभ्यास की शुरुआत बाढ़ की स्थिति का अलर्ट जारी करते हुए की गई, जिसके तुरंत बाद विभिन्न टीमें अपनी-अपनी ड्यूटी के मुताबिक हरकत में आईं। पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए नावों का प्रयोग किया गया और कुछ गंभीर स्थितियों में एयर रैस्क्यू (हैलीकॉप्टर बचाव) का भी प्रदर्शन किया। मैडीकल टीमों ने प्राथमिक उपचार की व्यवस्था संभाली, वहीं राहत शिविरों की भी स्थापना दिखाई गई, जहां प्रभावित लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर भोजन, पानी व स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाती हैं।
इस ड्रिल में जिला प्रशासन के अलावा भारतीय सेना, एन.डी.आर.एफ. (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), एस.डी.आर.एफ. (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), पंजाब पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड और रेड क्रॉस सोसाइटी की टीमें शामिल रहीं। इन सभी विभागों ने मिलकर संभावित बाढ़ की स्थिति में किए जाने वाले राहत एवं बचाव कार्यों का विस्तार से प्रदर्शन किया।

घबराने की जरूरत नहीं प्रशासन पूरी तरह सतर्क : डॉ. हिमांशु अग्रवाल
डी.सी. डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में कोई भी बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है और स्थिति पूरी तरह सामान्य है। उन्होंने आम जनता से घबराने की बजाय जागरूक और सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने पहले से ही सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि ऐसी आपात स्थितियों में पूर्व तैयारी, टीमवर्क और समय पर प्रतिक्रिया ही नुकसान को कम कर सकती है। पंजाब सरकार एवं जिला प्रशासन, जालंधर के लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

ब्रिगेडियर सहित सीनियर अधिकारियों की रही मौजूदगी
ब्रिगेडियर एस. चटर्जी की अध्यक्षता में हुए इस अभ्यास के दौरान एस.डी.एम. लाल विश्वास बैंस समेत भारतीय सेना और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे। सभी ने मिलकर अभ्यास का निरीक्षण किया और उसमें शामिल टीमों की प्रशिक्षण, समर्पण और तत्परता की सराहना की।
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