Edited By Vatika,Updated: 10 Mar, 2025 05:54 PM

मिगत जल के संरक्षण और किसानों को अधिक पानी की खपत वाली धान की फसल का ला
चंडीगढ़: भूमिगत जल के संरक्षण और किसानों को अधिक पानी की खपत वाली धान की फसल का लाभकारी विकल्प प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पंजाब सरकार अधिक पैदावार वाले मक्के के नए हाइब्रिड बीज, पी.एम.एच.-17 की शुरुआत के लिए पूरी तरह तैयार है। यह दोहरे उद्देश्य वाला हाइब्रिड बीज अनाज और साइलेज उत्पादन दोनों के लिए उपयुक्त है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए, पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री स गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि इस हाइब्रिड किस्म की बुवाई मई के अंतिम सप्ताह से जून के अंत तक की जा सकती है, जो 96 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। बुवाई का यह विशेष समय और कम अवधि में फसल की परिपक्वता किसानों के लिए लाभकारी हो सकती है, जिससे एक ही सीजन में कई बार फसल प्राप्त की जा सकती है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निदेशक और स्टेट वैरायटल अप्रूवल कमेटी फॉर फील्ड क्रॉप्स के चेयरमैन श्री जसवंत सिंह ने बताया कि पी.एम. एच.-17 पंजाब के किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। इसमें स्टार्च की मात्रा अधिक होने के कारण यह एथेनॉल उत्पादन के लिए उपयुक्त है।
इसकी औसत पैदावार 25 क्विंटल प्रति एकड़ है और यह फॉल आर्मीवॉर्म तथा मेज़ लीफ ब्लाइट जैसी आम कीट समस्याओं के प्रति मध्यम प्रतिरोधक क्षमता रखता है। इस हाइब्रिड के चौड़े, खड़े पत्ते, अर्ध-खुले टेसेल्स, मध्यम लंबाई के फ्लिंट जैसे भुट्टे और पीले-नारंगी दाने होते हैं, जो इसे एक मजबूत और उत्पादक पौधा बनाते हैं।मक्के के इस नए हाइब्रिड बीज की उच्च पैदावार, एथेनॉल उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को उजागर करते हुए, कृषि मंत्री ने कहा कि यह पंजाब की कृषि के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आगामी सीजन से किसानों के बीच इस बीज का समय पर और व्यापक वितरण सुनिश्चित करें, ताकि किसान इसे आसानी से अपना सकें और राज्य के कृषि विकास में योगदान दे सकें।